न्यूयॉर्क: दुनिया के अन्य देशों के साथ आर्थिक महाशक्ति अमेरिका पर भी कोरोना वायरस का विपरीत असर पड़ा है और यहां कई लोग अपनी नौकरी गंवा चुके हैं और पहली बार वे मकान का किराया, क्रेडिट कॉर्ड जैसी देनदारी देने में खुद को असमर्थ पा रहे हैं। ऐसे ही लोगों में एक ब्रिटनी ब्रुक्स भी हैं। वह पेशे से कलाकार हैं और हाल तक छोटे बच्चों के स्कूल में संगीत सिखाती थी और उनके पति मैथ्यू व्हाइटफिल्ड अभिनेता और वेटर हैं लेकिन अब दोनों बेरोजगार हैं। उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि वे कैसे किराया और अन्य देनदारियों का भुगतान करें। यह ब्रुक्स और व्हाइटफिल्ड की परेशानी नहीं है बल्कि लाखों अमेरिकी इसी तरह के संकट का सामना कर रहे है।
बकाये का भुगतान करने को लेकर उनका फैसला देश में कोरोना वायरस से हुई आर्थिक क्षति को रेखांकित करता है जहां पर कोई सार्वभौमिक सामाजिक सुरक्षा योजना लागू नहीं है और कई लोगों की इतनी बचत नहीं की इस संकटकाल में गुजारा कर सकें। 31 वर्षीय ब्रुक्स ने बताया कि शादीशुदा जीवन में पहली बार हमने क्रेडिट कार्ड का बिल देने से मना किया और केवल न्यूनतम राशि ही जमा की... ब्याज माफ करने की मांग की।
दंपत्ति ने छात्र ऋण की देनदारी के लिए समय देने की मांग की है। न्यूयॉर्क में एक शयनकक्ष वाले अर्पाटमेंट में रह रहे 33 वर्षीय मैथ्यू ने कहा कि जरूरी देनदारी को ही हम भर रहे हैं लेकिन घर का किराया नहीं दे सकते क्योंकि इससे मुश्किल के समय के लिए बचाये गए पैसे महज कुछ महीनों में खत्म हो जाएगा। उन्होंने बताया कि घर का किराया 1,690 डॉलर प्रति माह है। रियल एस्टेट विश्लेषक और निवेश कंपनी अमहर्सट ने बताया कि अमेरिका में करीब 26 प्रतिशत किरायेदारों को अपनी देनदारी देने के लिए मदद की जरूरत है और यह राशि करीब 12 अरब डॉलर होगी।
उल्लेखनीय है कि संघीय सरकार ने कोरोना वायरस से अर्थव्यवस्था पर पड़े विपरीत असर को कम करने के लिए 2,200 अरब डॉलर का अभूतपूर्व पैकेज की घोषणा की है लेकिन प्रत्येक अमेरिकी व्यस्क तक 1200 डॉलर और बच्चों तक 500 डॉलर की मदद 15 अप्रैल के बाद ही पहुंचने की उम्मीद है।
इस बीच, 21 मार्च तक 33 लाख अमेरिकियों ने बेरोजगारी लाभ योजना के लिए आवेदन किया है और हजारों छोटे-बड़े कारोबार बंद हुए हैं।