पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' का बड़ा बयान- 'अनिश्चित है नेपाल की कम्यूनिस्ट पार्टी का भविष्य'

दुनिया
आलोक राव
Updated Jul 03, 2020 | 07:45 IST

Pushpa kamal dahal Prachanda: नेपाल की कम्यूनिस्ट पार्टी में आई दरार के बीच पार्टी के नेता पुष्प कमल दहल प्रचंड ने बड़ा बयान दिया है। 'प्रचंड' ने गुरुवार को कहा कि पार्टी का राजनीतिक भविष्य अनिश्चित हो गया है।

Nepal's ruling party facing uncertain future, claims co-chair Prachanda
अंदरूनी खींचतान का शिकार हुई नेपाल कम्यूनिस्ट पार्टी।  |  तस्वीर साभार: ANI
मुख्य बातें
  • आंतरिक कलह का शिकार हो गई है नेपाल कम्यूनिस्ट पार्टी
  • नेपाल का नया नक्शा सामने आने के बाद शुरू हुआ विवाद
  • पार्टी में अलग-थलग पड़ते जा रहे हैं पीएम केपी शर्मा ओली

काठमांडू : देश में गहराते राजनीतिक संकट के बीच नेपाल कम्यूनिस्ट पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' ने दावा किया है कि गुरुवार को सामने आई आतंरिक गुटबाजी की वजह से पार्टी का भविष्य अनिश्चित हो गया है। 'प्रचंड' ने राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडाली और प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के साथ मुलाकात की। इसके बाद वह पार्टी की स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में शामिल हुए। इस दौरान 'प्रचंड' ने यह बयान दिया। नेपाल का नया नक्शा सामने आने के बाद कम्यूनिस्ट पार्टी की राय बंट गई है।

उठापठक के दौर से गुजर रही कम्यूनिस्ट पार्टी
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबकि दहल ने कमेटी को बताया, 'नेपाल की कम्यूनिस्ट पार्टी की यह बैठक ऐतिहासिक मानी जाएगी। हम लोग यहां प्रधानमंत्री के आवास पर बैठक कर रहे हैं लेकिन वह मौजूद नहीं हैं। मैंने इस बैठक में शामिल होने के लिए उनसे कई बार अनुरोध किया लेकिन उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया।' पार्टी में उभरी इस दरार पर 'प्रचंड' ने दावा किया, 'मैं पार्टी की एकता बचाने के लिए प्रतिबद्ध हूं। इसे बचाने में हम यदि सफल हो गए तो यह ऐतिहासिक बात होगी।'

नेपाल के नए नक्शे के बाद शुरू हुआ विवाद
नेपाल का नया नक्शा सामने आने के बाद कम्यूनिस्ट पार्टी आतंरिक कलह एवं गुटबाजी का शिकार हो गई है। दरअसल, भारतीय क्षेत्र लिपुलेख, कालापानी और लिंपियाधुरा को अपना हिस्सा बताते हुए नेपाल के पीएम ओली ने संसद से विधेयक पारित कराया। यह विधेयक अब कानून बन गया है। नेपाल के इस नक्शे को भारत ने 'दावों का कृत्रिम विस्तार' बताकर खारिज किया है। नए नक्शे के बाद भारत और नेपाल के बीच रिश्ते में तनाव आ गया है। भारत का कहना है कि मौजूदा हालात के लिए नेपाल जिम्मेदार है और बातचीत के लिए उपयुक्त माहौल का निर्माण करना उसकी जिम्मेदारी है।

पार्टी में फूट
भारत के साथ तनावपूर्ण संबंधों के लिए कम्यूनिस्ट पार्टी के नेता ओली को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। वहीं, पार्टी में हो रही इस खींचतान के लिए ओली ने भारत को जिम्मेदार बताया है। ओली का आरोप है कि भारत उनकी सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है। ओली के इस आरोप के बाद कम्यूनिस्ट पार्टी के नेताओं ने कहा कि ओली का भारत पर यह गंभीर आरोप है। अपने इस आरोप को साबित करने के लिए या तो उन्हें साक्ष्य पेश करना चाहिए या फिर उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।

गुरुवार को राष्ट्रपति से मिले ओली
ओली ने गुरुवार को राष्ट्रपति से मुलाकात की। वह शाम को देश को संबोधित करने वाले थे लेकिन उनका संबोधन नहीं हुआ। इसके अलावा वह पार्टी की बैठक में शामिल नहीं हुए। हालांकि उन्होंने कैबिनेट की बैठक में शिरकत की। कम्यूनिस्ट पार्टी के नेताओं का कहना है कि सहमति के अनुसार अब ओली को अपने बचे कार्यकाल के लिए पीएम पद की कुर्सी 'प्रचंड' को सौंप देनी चाहिए।

अगली खबर