किम जोंग-उन रो पड़े! क्‍या उत्‍तर कोरिया के 'तानाशाह' पर बढ़ रहा दबाव?

Kim Jong Un cries: उत्‍तर कोरिया के शीर्ष नेता किम जोंग-उन को आम तौर पर कठोर नेता के तौर पर देखा जाता है, लेकिन अब उन्‍हें रोते हुए और देश की जनता से माफी मांगते हुए देखे जाने की बात सामने आ रही है।

किम जोंग-उन रो पड़े! क्‍या उत्‍तर कोरिया के 'तानाशाह' पर बढ़ रहा दबाव?
किम जोंग-उन रो पड़े! क्‍या उत्‍तर कोरिया के 'तानाशाह' पर बढ़ रहा दबाव?  |  तस्वीर साभार: AP
मुख्य बातें
  • उत्‍तर कोरिया के शासक क‍िम जोंग-उन को रोते हुए देखा गया है
  • बताया जा रहा है कि उन्‍होंने देश की जनता से माफी भी मांगी
  • किम जोंग-उन के इस रूप को देखकर लोग चौंक गए हैं

प्‍योंगयांग : उत्‍तर कोरिया के शीर्ष  नेता किम जोंग-उन की पहचान आम तौर पर एक सख्‍त व कठोर मिजाज नेता के तौर पर ही रही है, लेकिन अब ऐसी रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें किम के बारे में कुछ ऐसा बताया गया है, जिस पर सहसा यकीन नहीं होता। रिपोर्ट के मुताबिक, सत्‍तारूढ़ वर्कर्स पार्टी की 75वीं वर्षगांठ के दौरान किम ने न केवल जनता से माफी मांगी, बल्कि उनकी आंखों में आंसू भी देखे गए।

'न्‍यूजवीक' की एक रिपोर्ट के अनुसार, उत्‍तर कोरिया मौजूदा समय में जिस दौर से गुजर रहा है, उसकी वजह से किम जोंग-उन पर दबाव बढ़ता जा रहा है और किम के चेहरे पर शनिवार को इसे साफ तौर पर देखा गया, जब वर्कर्स पार्टी की 75वीं वर्षगांठ के दौरान किम ने 'मुश्किल वक्‍त' में देश की जनता के साथ खड़ा नहीं होने के लिए माफी मांगी और इस दौरान उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े।

...जब किम ने कहा- सॉरी

रिपोर्ट के मुताबिक, इस मौके पर सार्वजनिक संबोधन के दौरान किम ने कहा, 'लोगों ने आकाश की ऊंचाई और समुद्र की गहराई जितना भरोसा मुझमें  जताया, लेकिन मैं उनकी उम्‍मीदों पर खरा उतरने में हमेशा विफल रहा। मुझे वास्‍तव में इसका दुख है। सॉरी।' ऐसा कहने के बाद किम को चश्‍मा हटाकर आंसू पोछते देखा गया। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि यह मुश्किल वक्‍त से गुजर रहे उत्‍तर कोरिया के लोगों की सहानुभूति पाने की कोशिश भी हो सकती है, जो देश पर लगे अंतरराष्‍ट्रीय प्रतिबंधों के कारण कई तरह की परेशानियों का सामना कर रहे हैं।

इससे पहले किम को इस तरह भावुक कभी नहीं देखा गया, बल्कि उन्‍हें हमेशा विजेता की तरह ही देखा गया। पर शनिवर को लोगों ने एक अलग ही किम को देखा, जो अपनी विफलता के लिए लोगों से माफी मांग रहे थे। इसे उत्‍तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम को लेकर उस पर लगाए गए अंतरराष्‍ट्रीय प्रतिबंधों के कारण देश की माली हालत में लगातार गिरावट और इसकी वजह से आम लोगों को हो रही परेशानियों तथा इससे प्रशासन पर बढ़ते दबाव से जोड़कर देखा जा रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, किम देश में व्‍याप्‍त गरीबी, भुखमरी दूर करने में नाकाम रहे।

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