कश्मीर मुद्दे को पाकिस्तान के पीएम इमरान खान बढ़ा चढ़ाकर पेश कर रहे हैं: पूर्व अमेरिकी राजदूत

भारत में रहे चुके अमेरिका के पूर्व राजदूत टिम रोमर ने कश्मीर मुद्दे को लेकर पाकिस्तान के पीएम इमरान खान पर जोरदार हमला बोला।

 Pak PM Imran Khan
Pak PM Imran Khan  |  तस्वीर साभार: IANS
मुख्य बातें
  • पूर्व अमेरिकी राजदूत ने कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पर तीखा हमला किया
  • उन्होंने कहा, पाकिस्तान के पीएम कश्मीर की स्थिति को बढ़ा चढ़ाकर प्रचार कर रहे हैं।, व्यक्तिगत रूप से पीएम मोदी पर हमला करते हैं और इस क्षेत्र में अस्थिरता बढ़ाते हैं
  • पाकिस्तान पर आतंकवाद के खिलाफ सहयोग के लिए दबाव बनाया जाना चाहिए

वॉशिंगटन: भारत में रह चुके अमेरिका के पूर्व राजदूत टिम रोमर ने कहा कि अमेरिका को भारत के साथ रणनीतिक संबंधों के प्रति अपनी नीति पर स्थिर रहना चाहिए और आतंकवाद के खिलाफ सहयोग पर वास्तविक परिणामों के लिए इस्लामाबाद पर दबाव बनाना चाहिए। उन्होंने कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पर तीखा हमला किया। रोमर ने आतंकवाद निरोधक सहयोग पहल पर किए गए हस्ताक्षर का निरीक्षण किया, जिन्होंने खुफिया और सुरक्षा सहयोग में यूएस-भारत संबंधों को व्यापक बनाया। उन्होंने रक्षा और अंतरिक्ष उद्योगों में टैक्नोलॉजी हस्तांतरण और बिक्री में भारत के साथ अमेरिकी सहयोग को मजबूत करने में मदद की है।

रोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान कश्मीर की स्थिति को बढ़ा कर बता रहे हैं और अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी पर व्यक्तिगत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के पीएम इमरान खान कश्मीर की स्थिति को बढ़ा चढ़ाकर प्रचार कर रहे हैं, व्यक्तिगत रूप से पीएम मोदी पर हमला करते हैं और इस क्षेत्र में अस्थिरता बढ़ाते हैं।'

रोमेर ने कश्मीर पर खान की द न्यू यॉर्क टाइम्स ओपिनियन को टैग करते हुए शनिवार को एक ट्वीट में कहा, 'अमेरिका को भारत के साथ रणनीतिक संबंधों के प्रति स्थिर रहनी चाहिए, पाकिस्तान पर आतंकवाद निरोधी सहयोग और वास्तविक परिणामों के लिए दबाव बनाना चाहिए।'

 इस लेख में खान कहते हैं कि अगर दुनिया कश्मीर और उसके लोगों पर "भारतीय हमले" को रोकने के लिए कुछ नहीं करती है, तो दो परमाणु-सशस्त्र संपन्न देश कभी भी प्रत्यक्ष सैन्य टकराव के करीब पहुंच जाएंगे।

रोमर ने कहा, 'दुनिया को शांति और बातचीत के लिए योद्धाओं की जरूरत है। उम्मीद है कि भारत कश्मीर में स्थिरता के लिए कदम उठाएगा। चीन को तटस्थ होना चाहिए। अमेरिका जानता है कि भारत लोकतंत्र, मूल्यों और मूल्यवान प्रवासी भारतीयों में दीर्घकालिक रणनीतिक साझेदार है।'

भारत-पाक तनाव के बीच उनकी यह टिप्पणी आई। भारत ने जम्मू और कश्मीर को विशेष दर्जा को रद्द करने के लिए संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त करने के बाद इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया। पाकिस्तान विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इस मुद्दे को उठाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन भारत ने कहा है कि यह एक आंतरिक मामला है।

पूर्व राजदूत जिन्होंने अमेरिका-भारत संबंधों को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, उन्होंने पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के निधन पर भी शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि हाल ही में मेरे मित्र भारत के पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का निधन हो गया। वह संबंधों में पुल बनाने वाले, शानदार वकील और क्रिकेट के बडे़ फैन थे। भारत के लोग समर्पित पब्लिक सर्वेंट को याद करेंगे।

रोमर ने राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल के दौरान 2009 से 2011 तक भारत में अमेरिकी राजदूत के रूप में कार्य किया। कार्यालय में अपने समय के दौरान, राजदूत रोमर ने भारत को अमेरिका के 25 वें सबसे बड़े व्यापारिक भागीदार से 12 वें स्थान पर ले जाने में मदद की।

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