चीन की मदद से पाकिस्‍तान ने भी बनाई कोविड रोधी वैक्‍सीन, दिया ये खास नाम

कोविड के खिलाफ जंग में पाकिस्‍तान ने भी चीन की मदद से वैक्‍सीन तैयार कर ली है। इसे 'पाकवैक' नाम दिया गया है। इसे सिंगल डोज वैक्‍सीन बताया जा रहा है।

चीन की मदद से पाकिस्‍तान ने भी बनाई कोविड रोधी वैक्‍सीन, दिया ये खास नाम
चीन की मदद से पाकिस्‍तान ने भी बनाई कोविड रोधी वैक्‍सीन, दिया ये खास नाम  |  तस्वीर साभार: Twitter

इस्‍लामाबाद : कोरोना वायरस संक्रमण से जूझ रहे पाकिस्‍तान ने भी पड़ोसी मुल्‍क चीन की मदद से वैक्‍सीन तैयार कर ली है। पाकिस्‍तान ने इसे 'बड़ी उपलब्‍ध‍ि' करार देते हुए कहा कि कड़े गुणवत्‍ता नियंत्रण जांच के बाद यह वैक्‍सीन तैयार की गई है। इसमें पाकिस्‍तान को चीन के कैन्सिनो बायो इंक से ममद मिली। पाकिस्‍तान ने इस स्‍वदेशी वैक्सीन को 'पाकवैक' (PakVac) नाम दिया है।

'पाकवैक' को लेकर घोषणा सोमवार को स्‍वास्‍थ्‍य मामलों पर प्रधानमंत्री के विशेष सहायक डॉ. फैसल सुल्‍तान ने ट्विटर के जरिये की। पाकिस्‍तान के राष्‍ट्रीय स्‍वास्‍थ्‍य सेवा मंत्रालय के एक अधिकारी के मुताबिक, राष्‍ट्रीय स्‍वास्‍थ्‍य संथान (NIH) हर महीने वैक्‍सीन की लगभग 30 लाख डोज तैयार करेगा, जिसकी तकनीक उसे चीन से मिलेगी। इसे सिंगल डोज वैक्‍सीन बताया जा रहा है। नागरिकों को मई के आखिर से इस वैक्‍सीन की डोज दी जा सकती है। 

फरवरी में शुरू हुआ था टीकाकरण

'द एक्‍सप्रेस ट्र‍िब्‍यून' की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इससे पाकिस्‍तान को वैक्‍सीन को लेकर अन्‍य देशों पर निर्भरता कम करने में मदद मिलेगी। यहां कोविड-19 से बचाव के लिए टीकाकरण की प्रक्रिया फरवरी में शुरू हुई थी। चीन की ओर से अनुदान में मिली खुराकों से पाकिस्‍तान ने टीकाकरण की शुरुआत की थी, जिसके तहत पहले चरण में स्‍वास्‍थ्‍यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्‍सीन लगाई गई।

पाकिस्‍तान में टीकाकरण के दूसरे चरण में वरिष्ठ नागरिकों को वैक्‍सीन की डोज दी गई, जबकि इस वक्‍त 30 और उससे अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है। अब तक यहां 50 लाख से अधिक लोगों को टीके लगाए जा चुके हैं।

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