इस्लामाबाद : पाकिस्तान में इमरान खान सरकार के खिलाफ विपक्ष शुक्रवार को महारैली करने जा रहा है। इमरान सरकार के खिलाफ प्रस्तावित विरोध प्रदर्शनों में विपक्ष की यह पहली रैली है। पीटीआई के नेतृत्व वाली सरकार को सत्ता से बाहर करने के लिए विपक्ष ने 'पाकिस्तान डेमोक्रेडिक मुवमेंट' (पीडीएम) नाम से गठबंधन बनाया है। यह गठबंधन आने वाले दिनों में देश भर में इमरान सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन एवं रैलियां करेगा। गत 20 सितंबर को विपक्ष के 11 बड़े दलों की बैठक में पीडीएम की घोषणा हुई। यह गठबंधन इमरान सरकार के खिलाफ तीन चरणों में अपना विरोध प्रदर्शन करेगा।
जनवरी में इस्लामाबाद की तरफ निकलेगा मार्च
गठबंधन अपने विरोध के पहले चरण में देश भर में सभाएं, प्रदर्शन और रैलियां करेगा। पीडीएम की योजना जनवरी 2021 में इस्लामाबाद की तरफ मार्च निकालने की योजना है। पीडीएम के नेता अहसान इकबाल ने कहा, 'पाकिस्तान की विपक्षी पार्टियों ने 16 अक्टूबर को अपना पहला सरकार विरोधी रैली करने की घोषणा की है।' विपक्ष के नेताओं का कहना है कि 'सेलेक्टेड' प्रधानमंत्री इमरान खान के इस्तीफे की मांग को लेकर वे सभी राजननीतिक एवं लोकतांत्रिक विकल्पों का इस्तेमाल करेंगे।
तीन चरणों में प्रदर्शन करेगा गठबंधन
विपक्ष दलों ने अपने विरोध प्रदर्शन की एक ‘कार्रवाई योजना’ तैयार की है। इसके तहत इमरान खान और उनकी सरकार के खिलाफ तीन चरणों में आंदोलन चलेगा। सरकार विरोध रैली शुक्रवार को लाहौर से करीब 80 किमी दूर गुजरांवाला शहर में होने का कार्यक्रम है। इसके बाद 18 अक्टूबर को कराची में, क्वेटा में 25 अक्टूबर को, पेशावर में 22 नवंबर को, मुल्तान में 30 नवंबर को और फिर 13 दिसंबर को लाहौर में एक रैली होने का कार्यक्रम है।
सिंध में पुलिस की कार्रवाई
इस बीच, पीडीएम के सरकार विरोधी प्रथम बड़े शक्ति प्रदर्शन से पहले पंजाब पुलिस हरकत में आ गई और उसने पंजाब प्रांत के विभिन्न हिस्सों में कोविड-19 उल्लंघन के तहत विपक्षी पार्टियों के 450 से अधिक कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं , जिनमें ज्यादातर पीएमएल-एन के हैं। साथ ही, पीडीएम के दर्जनों कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार भी किया गया है।