इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को कहा कि सेना अच्छी तरह से जानती है कि न तो वह पैसा कमा रहे हैं और न ही भ्रष्ट हैं। उन्होंने कहा कि वह दिन-रात मेहनत कर रहे हैं, इसलिए वह सेना से नहीं डरते हैं। प्रधानमंत्री खान ने अपनी सरकार की स्थिरता को स्पष्ट करते हुए कहा कि सरकार कहीं नहीं जा रही है।
उन्होंने कहा कि एजेंसियों को पता है कि कौन क्या कर रहा है और यही कारण है कि भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों को सेना का डर था। खान ने कहा कि वह न तो भ्रष्ट हैं और न ही राजनीति कर पैसा कमा रहे हैं और यही कारण है कि सेना मेरे साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि सरकार और सेना के बीच कोई तनाव नहीं है।
पाकिस्तान के विरोधी दलों ने इमरान खान के इस बयान को बेहद गैर-जिम्मेदाराना करार दिया है। यहां तक कि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने इस बयान के लिए इमरान खान को महाभियोग लगाकर हटाने की बात तक कह डाली। इसके अलावा जमात ए इस्लामी के सिराजुल हक ने कहा, प्रधानमंत्री सेना को खुद के साथ खड़ा बताकर राष्ट्रीय संस्थानों को राजनीति में खींचने का काम कर रहे हैं।
पीपीपी के सेक्रेटरी जनरल नायर बुखारी ने कहा, देश राजनीति से चलता है बचाकानी हरकतों से नहीं। उन्होंने कहा कि सत्ता के नशे में चूर होकर इमरान की सोचने समझने की शक्ति खत्म हो गई है। उनका उनका इलाज केवल महाभियोग है।
इमरान खान ने सेना के बारे में हासिया बयान उस सवाल के जवाब में कहा था जिसमें उनसे पूछा गया था कि ऐसा माना जा रहा है कि आपके ताल्लुकात सेना के साथ अच्छे नहीं रह गए हैं। ऐसे में उनके बयान पर बवाल मच गया है। हालांकि सेना की ओर से इस बारे में अबतक किसी तरह का बयान नहीं आया है।