इस्लामाबाद : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक महीने में दूसरी बार सऊदी अरब के वली अहद मोहम्मद बिन सलमान से फोन पर कश्मीर मुद्दे पर बात की। मीडिया में आयी खबर में यह जानकारी दी गयी। ‘द न्यूज इंटरनेशनल’ की खबर के अनुसार, खान ने सोमवार को वली अहद से बात की और जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा वापस लिये जाने तथा उसे दो केंद्र शासित क्षेत्रों में विभाजित करने के भारत के कदम के बाद घाटी में मौजूदा हालात से उन्हें अवगत कराया।
सऊदी अरब के वली अहद से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की बातचीत ऐसे समय में हुई है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को फ्रांस में जी-7 शिखर सम्मेलन से इतर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ बातचीत के दौरान कश्मीर मुद्दे पर भारत एवं पाकिस्तान के बीच तीसरे पक्ष की मध्यक्षता की किसी भी गुंजाइश को दृढ़ता से खारिज कर दिया था।
खान ने सोमवार को देश को संबोधित किया और कहा कि वह संयुक्त राष्ट्र महासभा समेत हर अंतरराष्ट्रीय मंच पर कश्मीर मुद्दे को उठायेंगे। खान और सऊदी अरब के वली अहद ने पहली बार सात अगस्त को बात की थी, जब दो दिन पहले ही भारत ने जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को हटाया था।
19 अगस्त को सऊदी अरब के वली अहद ने खान को फोन कर कश्मीर मुद्दे पर बातचीत की थी। पाकिस्तान और सऊदी अरब करीबी सहयोगी देश हैं । सऊदी अरब पाकिस्तान को उसके वित्तीय संकट से उबरने में मदद भी करता है।
इस बीच पाकिस्तान का सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय देश की सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के केंद्रीय मीडिया विभाग के साथ समन्वय में एक कश्मीर मीडिया प्रकोष्ठ की स्थापना की योजना बना रहा है।
‘डॉन’ अखबार की खबर के अनुसार सूचना मामलों पर प्रधानमंत्री की विशेष सहायक फिरदौस आशिक अवान ने कहा कि कश्मीर मीडिया प्रकोष्ठ के गठन का मकसद कश्मीर में स्थिति के बारे में प्रामाणिक सूचनाओं को एकत्रित करना और प्रसारित करना है।