PM Narendra Modi in BRICS summit:'ब्रिक्स के देश 500 बिलियन ट्रेड लक्ष्य को हासिल करने के लिए आगे आएं'

दुनिया
Updated Nov 14, 2019 | 23:54 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

BRICS summit in Brasilia: पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि ब्रिक्स के सदस्य देशों को आंतरिक व्यापार में बढ़ावा देने के लिए और गंभीरता से काम करना होगा।

Narendra modi
ब्रिक्स समिट में पीएम नरेंद्र मोदी ने आपसी व्यापार पर दिया बल 
मुख्य बातें
  • ब्रिक्स देशों में व्यापार के बढ़ावे पर पीएम नरेंद्र मोदी ने दिया बल
  • ब्रिक्स बिजनेस काउंसिल से रोडमैप तैयार करने की अपील की
  • लाइफस्टाइल से संबंधित समस्याओं के लिए भारत समिट का करेगा आयोजन

नई दिल्ली। ब्रिक्स देशों के सम्मेलन में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि सदस्य देश आपस में मिलकर साझा हितों को नई ऊंचाई पर ले जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि जब ब्रिक्स देशों का अगला सम्मेलन होगा उससे पहले हमें एक ऐसे रोडमैप पर काम करना होगा ताकि सदस्य देशों के बीच 500 बिलियन डॉलर के व्यापार लक्ष्य को हासिल किया जा सके। इसके लिए ब्रिक्स बिजनेस काउंसिल को आगे आना होगा। यही नहीं उन्होंने कहा कि ब्रिक्स के देशों और न्यू डेवलपमेंट बैंक को एक साथ मिलकर आपदा संबधी आधारभूत क्षेत्रों में भी काम करने के लिए आगे आना चाहिए। 

ब्रिक्स समिट में फिट इंडिया मूवमेंट का पीएम मोदी ने जिक्र किया। उन्होंने कहा कि यह सदस्य देशों के लिए बेहतर होगा कि वो इस दिशा में मिलकर काम करें। स्वास्थ्य और फिटनेस किसी भी देश के आर्थिक प्रगति का आधार है और सदस्य देशों की इस दिशा में भी काम करने की आवश्यकता है। 


इकोनॉमिक रिलेशंस के सेक्रेटरी टी एस कृष्णमूर्ति ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा है कि ब्रिक्स डिजिटल हेल्थ समिट का आयोजन भारत करेगा। इसके जरिए लाइफस्टाइल से जुड़ी समस्याओं का डिजिटल तकनीक से निदान पर बल देगा।

पीएम मोदी ने कहा कि खुशी की बात है कि ब्रिक्स अपने मकसद को हासिल करने में कामयाब हो रहा है। लेकिन सदस्य देशों के बीच जो बाधाएं हैं उन्हें दूर करने की आवश्यकता है। बहुध्रुवीय दुनिया में अलग अलग गुट अपने तरीके से व्यापार को प्रभावित कर रहे हैं। ब्रिक्स देशों की इस तरह की चुनौतियों पर ध्यान देना होगा।

इसके साथ ही पीएम ने कहा कि दुनिया के सामने आतंकवाद बड़ी चुनौती है जिसकी वजह से भी व्यापार और व्यापारिक रिश्तों पर असर पड़ रहा है। हमें  इस समस्या का मिलजुल कर सामना करना होगा। उन्होंने कहा यह खुशी की बात है कि ब्रिक्स के सदस्य देश अब इस मुद्दे पर गंभीरता से ध्यान दे रहे हैं जो सामान्य मानवीय की सुरक्षा के लिहाज से भी अहम है। 

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