China: रेड लैंटर्न एनालिटिका की वेबसाइट हैक, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी को ठहराया जिम्मेदार

China: आरएलए के बयान में कहा गया है कि हम इन शत्रुतापूर्ण साइबर कार्रवाइयों की कड़ी निंदा करते हैं, जो संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों द्वारा स्वीकार किए गए जिम्मेदार राज्य व्यवहार के नियमों का उल्लंघन करते हैं।

Red Lantern Analytica blames Chinese Communist Party for website hack
आरएलए ने वेबसाइट हैक के लिए सीसीपी को ठहराया जिम्मेदार।   |  तस्वीर साभार: ANI

China: इंडिपेंडेंट फॉरन पॉलिसी थिंक टैंक रेड लैंटर्न एनालिटिका ने सोमवार को चीनी कम्युनिस्ट पार्टी पर अपनी वेबसाइट हैक करने का आरोप लगाया है। रेड लैंटर्न एनालिटिका ने बयान में कहा कि रेड लैंटर्न एनालिटिका की वेबसाइट आज हैक कर ली गई थी और हैकर्स की ओर से छोड़े गए सबूतों के अनुसार हम निश्चित हैं कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के निर्देशों पर काम कर रहे चीनी हैकर्स इसके लिए जिम्मेदार हैं। 

 रेड लैंटर्न एनालिटिका ने वेबसाइट हैक के लिए सीसीपी को ठहराया जिम्मेदार

साथ ही थिंक टैंक ने "50 सेंट आर्मी" ग्रुप की भी निंदा की, जिसे चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का समर्थन प्राप्त है। आरएलए ने आगे कहा कि साइबर अटैक को चीन से बौद्धिक संपदा की चोरी करने और जासूसी करने के इरादे से शुरू किया गया था। साइबर अटैक के कारण रेड लैंटर्न एनालिटिका के होम पेज पर चीनी भाषा में कई आर्टिकल्स दिखाई दे रहे थे।

Shinzo Abe : आबे पर जानलेवा हमले पर चीन की पहली प्रतिक्रिया, दांव चलने से बाज नहीं आया 

चीन से हमें लगातार खतरा- रेड लैंटर्न एनालिटिका

थिंक टैंक ने आगे कहा कि उन्हें चीन से लगातार खतरा है। बयान में कहा गया कि हमारे ट्विटर हैंडल को लिलियन चाओ (चीनी विदेश मंत्रालय के सूचना विभाग के आधिकारिक प्रवक्ता और उप निदेशक) ने भी ब्लॉक कर दिया है। आरएलए ने लापरवाह और खतरनाक व्यवहार को लेकर सीसीपी को फटकार लगाई और कहा कि इससे लाखों लोगों की सुरक्षा खतरे में पड़ गई थी। इस बीच आरएलए ने अपने फेसबुक, इंस्टाग्राम, ईमेल अकाउंट और अन्य सोशल मीडिया हैंडल के उद्देश्य से दुर्भावनापूर्ण साइबर गतिविधि की पहचान की है।

आरएलए के बयान में कहा गया है कि हम इन शत्रुतापूर्ण साइबर कार्रवाइयों की कड़ी निंदा करते हैं, जो संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों द्वारा स्वीकार किए गए जिम्मेदार राज्य व्यवहार के नियमों का उल्लंघन करते हैं। हम चीनी सरकार से इन नियमों का पालन करने, दुर्भावनापूर्ण साइबर गतिविधियों के लिए अपने क्षेत्र के उपयोग को प्रतिबंधित करने और भविष्य में इस तरह का कुछ भी नहीं होने का पता लगाने, जांच करने और सुनिश्चित करने के लिए सभी उपयुक्त, उपलब्ध और व्यावहारिक उपाय करने को कहते हैं।

चीन के खिलाफ G-7 का नया दांव, जानें कितना दम और भारत पर असर

थिंक टैंक ने ये भी दोहराया कि चीनी साइबर अटैक के बावजूद वो चीन में मानवाधिकारों के उल्लंघन, समुद्री और सैन्य मांसपेशियों के लचीलेपन, ऋण-जाल कूटनीति और आलोचना और असंतोष के लिए भारी-भरकम दृष्टिकोण जो अक्सर चीन की भौगोलिक सीमाओं तक फैला होता है। आरएलए ने दुर्भावनापूर्ण चीनी अभियानों का मुकाबला जारी रखने के अपने संकल्प की फिर से पुष्टि की।

अगली खबर