सऊदी अरब के मदीना में दबा मिला इतना खजाना, सरकार हुई गदगद

सऊदी अरब के भूवैज्ञानिक सर्वे विभाग ने मदीना में नए सोने और तांबे के भंडार मिलने की घोषणा है। इससे सऊदी अरब की तेल पर निर्भरता कम हो जाएगी। देश में निवेश बढ़ेंगे। नई नौकरियां पैदा होंगी।

So much treasure was found buried in Medina of Saudi Arabia, the government got very happy
सऊदी अरब में मिले सोने और तांबे का भंडार  |  तस्वीर साभार: Representative Image
मुख्य बातें
  • सऊदी अरब में सोने और तांबे के भंडार मिले।
  • नई खोज से सऊदी अरब में माइनिंग की नई संभावनाएं पैदा होंगी।
  • इस सेक्टर में निवेश के अधिक अवसर भी खुलेंगे।

सऊदी अरब में सोने (Gold) और तांबे (Copper) के नए भंडार मिले हैं। सऊदी अरब के लिए अच्छे दिन आ गए हैं। क्योंकि नए सोने के भंडार मिलने से अंतरराष्ट्रीय और देश के निवेशक अधिक आकर्षित होंगे। जिससे माइनिंग सेक्टर में अधिक निवेश बढ़ने की उम्मीद है। सऊदी अरब के भूवैज्ञानिक सर्वे विभाग ने नए सोने और तांबे के अयस्क स्थलों की खोज की घोषणा की है। सऊदी अरब के जिन इलाकों में स्वर्ण अयस्क के स्थल मिले हैं, वे मदीना के अबा अल-राहा (Aba al-Raha), उम्म अल-बराक शील्ड (Umm al-Barak Shield), हिजाज (Hijaz) में हैं। बराक शील्ड (Barak Shield) में सोने के अयस्क की कमी थी।

पैदा होंगी करीब 4000 नई नौकरियां

रिपोर्ट के मुताबिक सऊदी अरब में सोने और तांबे के अयस्क भंडार का पता लगने से स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों को आकर्षित करने की उम्मीद है। इस खोज से करीब 4000 नई नौकरियां भी सृजित होने की उम्मीद है। विश्लेषकों का कहना है कि इस नई खोज से सऊदी अरब में खनन की नई संभावनाएं पैदा होंगी। साथ ही इस क्षेत्र में निवेश के अधिक अवसर भी खुलेंगे।

क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के विजन 2030 को मिलेगा सपोर्ट

नए सोने और तांबे के भंडार की खोज से सऊदी सरकार के माइनिंग सेक्टर को मजबूती मिलेगी। जो क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के विजन 2030 को सपोर्ट मिलेगा। वर्ष 2030 तक सऊदी अरब की आर्थिक निर्भरता को तेल से स्थानांतरित कर विभिन्न चीजों पर ले जाने का प्लान है। 

सोने के नए से  सऊदी सरकार को होगा फायदा 

गौर हो कि सऊदी अरब सोने के सबसे बड़े धारक के रूप में दुनिया में 18वें स्थान पर है और भंडार के मामले में सबसे ऊपर है। खासकर अरब देशों में। ऐसे में सोने और तांबे के नए भंडार मिलने से जाहिर तौर पर भविष्य में सऊदी सरकार को फायदा होगा। न केवल स्थानीय बल्कि अन्य देशों के निवेशक भी आकर्षित होंगे और आने वाले समय में अच्छा निवेश देखने को मिलेगा।

निवेश को बढ़ावा देने के लिए कानून पास

पिछले महीने जुलाई में, सऊदी सरकार में उद्योग और खनिज संसाधन मंत्री खालिद अल मुदेफर ने कहा था कि पिछले साल अकेले सऊदी अरब ने माइनिंग इंडस्ट्री में विदेशी निवेश में 8 बिलियन डॉलर का निवेश किया था। मंत्री के मुताबिक खनन के लिए निवेश को बढ़ावा देने के लिए कानून पारित होने के बाद विदेशी निवेश में बढ़ोतरी देखी गई। मालूम हो कि साल 2022 की शुरुआत में खाड़ी देश सऊदी अरब ने कहा था कि इस दशक के अंत तक सऊदी अरब माइनिंग के क्षेत्र में आ जाएगा। 170 अरब डॉलर के निवेश की उम्मीद है।
 

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