पिछले साल जब तालिबान अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज हुआ था तो पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने उसकी तारीफ की थी। काबुल पर कब्जा करने का समर्थन करते हुए इमरान खान ने कहा था कि अफगानिस्तान ने पड़ोसी युद्धग्रस्त देश में "गुलामी की बेड़ियों" को तोड़ दिया है। लेकिन तालिबान ने भले ही गुलामी की बेड़ियां तोड़ीं हों या नहीं लेकिन उसने इमरान खान के सपने को जरूर चकनाचूर कर दिया है। तालिबान ने अफगान सीमा पर पाकिस्तान की तार बाड़ को उखाड़ते हुए उसके सभी चेक पोस्ट्स तबाह कर दिए हैं।
दरअसल पाकिस्तान डूरंड लाइन पर बाड़ लगाकर फेंसिंग करना चाहता था लेकिन तालिबानी लड़ाके ऐसा करने से रोक रहे हैं। कुछ दिन पहले तालिबान और पाकिस्तान के सैनिकों के बीच गोलीबारी की भी खबर आई थी। अफगानिस्तान के पत्रकार बिलाल सरवरी ने एक वीडियो भी ट्वीट किया है और दावा किया है कि पाकिस्तानी सेना डूरंड लाइन, दक्षिणी अफगानिस्तान में फेंसिंग करना चाह रही थी। तालिबानी सैनिक बड़ी संख्या में वहां भेजे गए तो पाकिस्तानी सैनिक वहां से भाग खड़े हुए।
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वीडियो में दिख रहा है कि पाकिस्तान ने यहां जो बाड़ लगाने के लिए खंभे और बाड़ लगाई हैं उनको एक ट्रैक पीछे की ओर चलते हुए कुचल रहा है। यह वीडियो उस इमरान खान के मुंह पर तमाचा है जिन्होंने तालिबान को अफगानिस्तान पर कब्जे के लिए खुलकर मदद की थी और अब वहीं तालिबान इमरान को आंख दिखा रहा है। तालिबान सीमा पर बाड़ को लेकर पाकिस्तान के कई बार धमकी दे चुका है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक पाक सेना ने अफगानिस्तान क्षेत्र के अंदर 10 KM बाड़ लगाने की कोशिश की तालिबानियों ने जवाबी कार्रवाई की और कंटीले तारों को तोड़ दिया। इससे पहले 22 दिसंबर को पूर्वी नंगरहार प्रांत में इसी तरह के एक मुद्दे पर दोनों पक्ष भिड़ गए थे। अफगानिस्तान के खामा प्रेस ने बताया कि तालिब कांटेदार तार को उखाड़कर अपने साथ अफगानिस्तान ले आए।
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