यूक्रेन पर रूस के आक्रमण का जवाब! ब्रिटेन ने NATO के पूर्वी मोर्चे को मजबूत करने के लिए तैनात की अपनी सेनाएं

ब्रिटेन ने अपनी रॉयल नेवी, ब्रिटिश सेना और रॉयल एयर फोर्स ने नाटो के पूर्वी मोर्चे को मजबूत करने के लिए तैनात कर दिया है। ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है।

UK sea, land and air forces arrived to reinforce NATO in the East in response to Russia’s invasion of Ukraine
यूक्रेन पर रूस के हमले का जवाब!ब्रिटेन ने तैनात की अपनी सेना 
मुख्य बातें
  • यूक्रेन और रूस के युद्ध के बीच ब्रिटेन का अहम कदम
  • ब्रिटेन ने नाटो को सुदृढ़ करने के लिए भेजी अपनी तीनों सेनाएं
  • ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर दी जानकारी

UK forces in NATO’s eastern flank: यूक्रेन और रूस में चल रही जंग के बीच अब ब्रिटेन ने नाटो के पूर्वी हिस्से को मजबूत करने के लिए अपनी सेनाएं तैनात की हैं। ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए बताया कि नाटो के पूर्वी मोर्चे को मजबूत करने के लिए रॉयल नेवी के जहाज, ब्रिटिश सेना के सैनिक और रॉयल एयर फोर्स के लड़ाकू पूर्वी यूरोप में नई तैनाती पर पहुंच रहे हैं।  पूर्वी भूमध्य सागर में स्थित एचएमएस ट्रेंट मर्लिन हेलीकॉप्टरों और आरएएफ पी8 पोसीडॉन समुद्री गश्ती विमान के साथ नाटो अभ्यास आयोजित कर रहा है। 

रक्षा मंत्रालय का बयान

ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, रॉयल वेल्श युद्ध समूह के चैलेंजर 2 टैंक और बख्तरबंद वाहन जर्मनी से एस्टोनिया पहुंचे हैं, और आने वाले दिनों में और भी उपकरण और लगभग 1000 सैनिक यहां पहुंचेंगे। इससे एस्टोनिया में ब्रिटेन की उपस्थिति दोगुनी हो जाएगी। आरएएफ टाइफून लड़ाकू जेट पहले ही पूरे क्षेत्र में अपना पहला हवाई पुलिस मिशन पूरा कर चुके हैं। साइप्रस और ब्रिटेन के ठिकानों से उड़ने वाले टाइफून अब वायेजर एयर-टू-एयर ईंधन भरने वाले विमानों के समर्थन में नाटो सहयोगियों के साथ रोमानिया और पोलैंड में नाटो हवाई क्षेत्र में गश्त कर रहे हैं।

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नाटो महासचिव ने कही थी ये बात

इससे पहले नाटो महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने शुक्रवार को कहा था कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और उनके समकक्ष यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के मद्देनजर पूर्वी हिस्से में स्थित अपने सहयोगियों की रक्षा के लिए समूह के प्रतिक्रिया बल के कुछ हिस्से को भेजने पर सहमत हुए हैं। नाटो की एक बैठक की अध्यक्षता करने के बाद स्टोलटेनबर्ग ने कहा कि नेताओं ने नाटो प्रतिक्रिया बल (एनआरएफ) के कुछ हिस्से और त्वरित रूप से तैनात होने वाली एक इकाई को भेजने का फैसला किया।

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