लंदन : कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन (Omicron) की चिंताओं के बीच दुनिया में कई देशों ने वैक्सीन के बूस्टर डोज पर काम करना शुरू कर दिया है। फ्रांस पहले ही कोविड टीके के बूस्टर डोज को अनिवार्य बना चुका है। इस बीच ब्रिटेन ने भी अब बूस्टर डोज का दायरा बढ़ाने का फैसला लिया है, जिसके तहत 18 साल से अधिक उम्र के सभी वयस्कों को बूस्टर डोज लगाया जाएगा।
ब्रिटेन की सरकार ने सोमवार को इस संबंध में घोषणा की और बताया कि अब 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी वयस्कों को बूस्टर डोज दिया जा सकेगा। इससे पहले 40 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए बूस्टर डोज की अनुशंसा की गई थी। साथ ही ओमिक्रोन के खतरे को देखते हुए विशेषज्ञों की सलाह पर दूसरे व तीसरे डोज के बीच की अवधि 6 माह से घटाकर 3 माह करने का फैसला लिया गया है।
टीकाकरण पर संयुक्त समिति (JCVI) के अध्यक्ष वी शेन लिम ने कहा, 'वैक्सीन के बूस्टर डोज से ओमिक्रोन वैरिएंट के खिलाफ हमारी सुरक्षा और मजबूत होगी।' नई घोषणा में जहां सभी वयस्कों को कोविड रोधी वैक्सीन के तीसरे यानी बूस्टर डोज देने की बात कही गई है, वहीं 12-15 साल के बच्चों को वैक्सीन की दूसरी डोज लगाने की बात कही गई है। इसमें कोविड से बचाव में टीकाकरण को सबसे मजबूत हथियार बताया गया।
ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद ने 'हाउस ऑफ कॉमन्स' में कहा, कोविड-19 अभी गया नहीं है। इस बीच कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ने चिंता बढ़ाई है। कोविड से जंग में इस वक्त वैक्सीनेशन ही बड़ा हथियार है। ब्रिटेन में अब तक कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के 11 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि इसके और तेजी से बढ़ने की आशंका है। अब तक दुनिया के लगभग 12 देशों में इसके मामले सामने आ चुके हैं।