वाशिंगटन : इराक और सीरिया में अपने हिंसक वारदातों एवं 'खलीफा राज' से पूरी दुनिया को आतंकित करने वाला आईएसआईएस का सरगना अबु बक्र अल-बगदादी अमेरिकी विशेष बलों की कार्रवाई में शनिवार को इबलिब प्रांत के बारिशा गांव में मारा गया। खुद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को बगदादी के मारे जाने की पुष्टि की। अमेरिका पिछले पांच वर्षों से इस खूंखार आतंकवादी के पीछे पड़ा था लेकिन आईएसआईएस का यह सरगना उसे चकमा देने में कामयाब हो जाता था लेकिन इस बार वह अमेरिका की घेरेबंदी में फंस गया और सुरंग में अपने तीन बच्चों सहित 'कुत्ते और कायर की मौत' मारा गया। वर्षों तक अमेरिकी सेना को छकाते आ रहे बगदादी तक पहुंचना और उसे निशाना बनाना आसान नहीं था। अमेरिका ने इस बार बगदादी को दबोचन के लिए पुख्ता रणनीति तैयार की थी और सटीक खुफिया जानकारी ने उसके इस सैन्य अभियान को सफल बनाया। आइए जानते हैं कि दुनिया का सबसे खूंखार आतंकवादी आखिर कैसे उसके हत्थे चढ़ गया।
एक महीने से खुफिया जानकारी जुटा रहा था अमेरिका
अमेरिका एक महीने पहले से बगदादी के छिपने के ठिकानों के बारे में खुफिया जानकारी जुटा रहा था। ट्रंप ने कहा, 'बगदादी को पकड़ने में कुछ कुर्द लोगों से मिली जानकारी भी काम आई।' रिपोर्टों के मुताबिक अमेरिकी खुफिया अधिकारियों को दो सप्ताह पहले बगदादी के सटीक ठिकाने के बारे में पता चला जबकि राष्ट्रपति ट्रंप को तीन दिन पहले इस सुनियोजित प्लान के बारे में बताया गया। ट्रंप और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ ब्रायन के मुताबिक इस सुनियोजित प्लान के साथ-साथ अमेरिका को रूस, इराक और तुर्की के वायु क्षेत्र का इस्तेमाल करने के लिए इन तीनों देशों की अनुमति लेनी पड़ी। ट्रंप ने कहा कि बगदादी का काम तमाम करने के इरादे की जानकारी रूस से साझा नहीं की गई थी लेकिन रूसी अधिकारियों को बताया गया कि वे इसे 'पसंद' करेंगे।
वर्जीनिया में गोल्फ खेलने के बाद ह्वाइट हाउस पहुंचे ट्रंप
गत शनिवार को अपने आधिकारिक कार्यक्रम के अनुसार अमेरिकी राष्ट्रपति वर्जीनिया में गोल्फ खेलने के बाद ह्वाइट हाउस पहुंचे। उस समय अमेरिका में शाम के साढ़े चार जबकि सीरिया में रात के साढ़े दस बज रहे थे। शाम पांच बजे के करीब ट्रंप ह्वाइट हाउस में उप राष्ट्रपति माइक पेंस, रक्षा मंत्री मार्क एस्पर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ ब्रायन और खुफिया विभाग के अन्य अधिकारियों के साथ उस कमरे में पहुंचे जहां से इस सैन्य अभियान का लाइव टेलिकॉस्ट देखने की व्यवस्था की गई थी। ट्रंप ने कहा, 'सभी लोगों ने इस सैन्य अभियान को एक मूवी की तरह देखा।'
(तस्वीर साभार-AP)
डेल्टा वन फोर्स ने बगदादी का काम तमाम किया
ट्रंप के मुताबिक कमरे में उन लोगों के जुटते ही मध्य पूर्व के किसी अज्ञात सैन्य बेस से अमेरिका विशेष बलों के जवान और प्रशिक्षित कुत्ते आठ हेलिकॉप्टर्स से रवाना हुए। इस अभियान में शामिल जवान डेल्टा फोर्स के थे। डेल्टा फोर्स अमेरिका के विशेष सैन्य बलों की एक यूनिट है जिसका इस्तेमाल काउंटर टेररिज्म और अत्यंत महत्वपूर्ण लक्ष्यों को हासिल करने के लिए किया जाता है। एक अमेरिकी अधिकारी ने रॉयटर्स को बताया कि पश्चिमी इराक के एक एयरबेस से इस अभियान की शुरुआत हुई और इबलिब में जारी ग्राउंड ऑपरेशन की मदद के लिए लड़ाकू विमान एवं युद्धपोत तैनात थे। डेल्टा वन के कमांडो अपने साथ सैन्य रोबोट भी ले गए थे लेकिन इनका इस्तेमाल नहीं हुआ।
कंपाउड की दीवार उड़ाकर अंदर दाखिल हुए कमांडो
बगदादी के ठिकाने पर हेलिकॉफ्टरों के पहुंचते ही उन पर गोलीबारी होनी शुरू हो गई लेकिन जवान तेजी के साथ हेलिकॉप्टर से नीचे उतरे और खुद को सुरक्षित कर लिया। जवानों को लगा कि इमारत के मुख्य दरवाजे से दाखिल होने में खतरा हो सकता है इसलिए वे इमारत की दीवार विस्फोट से उड़ाकर उसके भीतर दाखिल हुए। ट्रंप ने कहा, 'हमें इस कार्रवाई की मिनट-दर-मिनट रिपोर्ट मिल रही थी।'
इमारत से 11 बच्चों को सुरक्षित निकाला
ट्रंप ने कहा, 'अमेरिकी बलों ने शीघ्र ही कंपाउंड को अपने कब्जे में ले लिया। इस इमारत में रहने वाले लोगों ने या तो सरेंडर कर दिया अथवा मार दिए गए।' अपनी कार्रवाई के दौरान अमेरिकी बलों ने इमारत से 11 बच्चों को सुरक्षित निकाला। बच्चों को एक तीसरे पक्ष को सौंप दिया गया। इमारत में पकड़े गए आईएसआईएस के कई लड़ाकों को बंदी बनाकर उन्हें जेल भेज दिया गया।
बगदारी ने सरेंडर नहीं किया, विस्फोटकों से खुद को उड़ाया
अमेरिकी बलों की कार्रवाई से घबराया बगदादी इमारत से भागकर एक सुरंग में छिप गया। वह अपने साथ अपने तीन बच्चों को भी खींचकर ले गया। एस्पर ने सीएनएन के जेक टैपर को रविवार को बताया कि अमेरिकी बलों ने बगदादी को सरेंडर करने के लिए कहा लेकिन उसने समर्पण करने से इंकार कर दिया। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि मारे जाने से पहले बगदादी का पीछा प्रशिक्षित कुत्तों ने किया। इस दौरान वह बड़बड़ा, चीख और रो रहा था। ट्रंप के मुताबिक अपने अंतिम समय में बगदादी ने अपनी कमर में बंधे विस्फोटकों से खुद को उड़ा लिया। इस विस्फोट में उसके तीन बच्चे भी मारे गए। इस विस्फोट में सुरंग भी तहस-नहश हो गई। हालांकि, एक कुत्ता बुरी तरह से जख्मी हो गया।
(तस्वीर साभार-AP)
मिशन को दिया गया था कोडनेम
इस विस्फोट में बगदादी का शरीर कई हिस्सों में बंट गया था। विस्फोट के 15 मिनट के भीतर अमेरिकी बलों ने अपने साथ ले गए मेडिकल किट से बगदादी के डीएनए का परीक्षण किया और इस परीक्षण में साबित हो गया कि मारा गया व्यक्ति बगदादी है। ओ ब्रायन ने कहा, 'हम सिचुएशन रूप में थे और इस मिशन के कमांडर ने बताया '100 प्रतिशत सही, जैकपॉट।'
तलाशी के दौरान मिले 'अति संवेदनशील दस्तावेज'
ऑपरेशन के खत्म होते ही अमेरिकी विशेष बल के जवानों ने कंपाउड की तलाशी लेनी शुरू की। इस तलाशी में उन्हें इस्लामिक स्टेट की उत्पति एवं उसके भविष्य की योजनाओं के बारे में 'अत्यंत संवेदनशील दस्तावेज मिले।' इस कार्रवाई के दौरान अमेरिका विशेष बल के जवान कंपाउंड में करीब दो घंटे तक रहे। ऑपरेशन खत्म करने के बाद कमांडो उसी रास्ते से वापस लौट गए जिस रास्ते से वे गए थे। ओ ब्रायन ने कहा कि बगदादी के शव को 'उचित तरीके' से ठिकाने लगाया जाएगा। उन्होंने उम्मीद कि 2011 में ओसामा बिन लादेन के शव के साथ जैसी प्रक्रिया अपनाई गई कुछ वैसा ही बगदादी के शव के साथ भी किया जाएगा। इस्लामिक कानून एवं रीति रिवाजों के विशेषज्ञों के साथ मशविरा करने के बाद अमेरिकी अधिकारियों ने अल-कायदा के सरगना का शव समुद्र में दफना दिया।