Ukraine Crisis: अमेरिका का कूटनीतिक दांव, बोला-यूक्रेन पर हमला हुआ तो उम्मीद है भारत हमारा साथ देगा

दुनिया
आलोक राव
Updated Feb 17, 2022 | 09:15 IST

Ukraine Crisis : यूक्रेन संकट बढ़ता जा रहा है। अमेरिका (America) ने बयान देकर भारत पर भी कूटनीतिक दबाव (Diplomatic pressure) बढ़ा दिया है। अमेरिका ने कहा है कि यूक्रेन पर यदि रूस हमला करता है तो उसे उम्मीद है कि नई दिल्ली उसका समर्थन करेगी।

US hopes India to stand by its side if Russia invades Ukraine
यूक्रेन संकट पर तनाव बढ़ता जा रहा है।  |  तस्वीर साभार: AP
मुख्य बातें
  • अमेरिका और पश्चिमी देशों का कहना है कि यूक्रेन सीमा से रूसी सैनिकों की वापसी पर उन्हें संदेह है
  • यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि वह सैनिकों की वापसी के बारे में पुष्टि नहीं कर सकते
  • अमेरिका ने कहा है कि उसे उम्मीद है कि यूक्रेन पर रूस का हमला होने पर उसे भारत का साथ मिलेगा

Ukraine Crisis : यूक्रेन सीमा (Ukraine Border) की कुछ जगहों रूस (Russia) के सैनिकों की वापसी के दावों के बाद यह तनाव कम होता दिखा। ऐसा लगा कि रूस अपने रुख में नरमी ला रहा है लेकिन अमेरिका (America)  सहित पश्चिमी देशों (Western Countries)ने सेना की वापसी के मास्को (Moscow) के दावे को 'गलत' बताया है। अमेरिका सहित पश्चिमी देशों ने कहा है कि यूक्रेन की सीमा से रूसी सैनिकों की वापसी हुई है, इस दावे के समर्थन में कोई स्पष्ट सबूत नहीं मिले हैं। इन देशों का कहना है कि यूक्रेन संकट (Ukraine) पर टकराव की स्थिति अभी भी बनी हुई है। इस बीच,अमेरिका ने यह बयान देकर कि यूक्रेन पर रूसी हमले की स्थिति में भारत उसका साथ देगा एक तरह से नई दिल्ली पर कूटनीतिक दबाव बना दिया है। 

यूक्रेन मसले पर भारत और अमेरिका के बीच बातचीत 
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक यूक्रेन मसले पर भारत और अमेरिका के बीच बातचीत हुई है। अमेरिका ने बुधवार को कहा कि भारत नियम आधारित वैश्विक व्यवस्था का सम्मान करेगा और उसे उम्मीद है कि यूक्रेन पर रूसी हमले की स्थिति में नई दिल्ली उसका समर्थन करेगी। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्रासइ ने कहा कि हाल ही में मेलबर्न में हुए क्वाड सम्मेलन में जिसमें आस्ट्रेलिया, भारत, जापान एवं अमेरिका के विदेश मंत्रियों ने शिरकत की, इस बैठक में रूस एवं यूक्रेन पर चर्चा हुई। उन्होंने कहा, 'इस बैठक में सभी देशों की राय था कि यूक्रेन संकट का कूटनीतिक शांतिपूर्ण समाधान होना चाहिए।'

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रूस के सैनिक वापस हुए, इस पर संदेह-अमेरिका 
यूक्रेन की सीमा से रूसी सैनिकों की वापसी के दावे के अमेरिका, फ्रांस और यूक्रेन ने खंडन किया है। यूक्रेन के राष्ट्रुति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि उनकी देश की सीमा से रूस के सैनिक वापस हुए हैं, इस पर उन्हें संदेह है। जेलेंस्की का कहना है कि सीमा पर रूस अपने सैनिकों एक-जगह से दूसरी जगह ले जा रहा है जिसे सेना की वापसी के रूप में बताया जा रहा है। राष्ट्रपति ने कहा कि यूक्रेन सीमा से रूसी हथियारों एवं सैनिकों के हटने और कुछ समय बीत जाने के बाद ही कीव सैनिकों की वापसी के बारे में कोई पुष्टि करेगा। 

Ukraine Crisis

यूक्रेन सीमा पर रूसी सैनिक
पश्चिमी देशों का अनुमान है कि यूक्रेन की पूर्वी, उत्तरी एवं दक्षिणी सीमा पर रूस ने अपने करीब 150,000 सैनिक तैनात किए हैं। हालांकि, रूस ने बार-बार इस बात का खंडन किया है कि वह यूक्रेन पर हमला करने जा रहा है लेकिन यूक्रेन सीमा पर इतनी बड़ी संख्या में सैनिकों की तैनाती एवं बेलारूस के साथ जारी उसके सैन्य अभ्यास ने हमले की अटकलों को जोर दिया है। क्रेमलिन की तरफ से कहा गया है कि उसने क्रीमिया और यूक्रेन सीमा से अपने सैनिकों को वापस बुलाया है। हालांकि, मास्को के इस दावे को पश्चिमी देश संदेह की दृष्टि से देख रहे हैं। 

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यूक्रेन सीमा पर रूस ने तैनात किए अतिरिक्त सैनिक
अमेरिका ने यूक्रेन की सीमा से सैनिकों को वापस बुलाने के रूस के दावे को 'गलत' बताया है। अमेरिका ने आगाह करते हुए कहा कि रूस ने यूक्रेन की सीमा पर अपने अतिरिक्त 7000 सैनिक तैनात किए हैं। अमेरिकी प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक पश्चिमी देशों ने पाया है कि बुधवार के बाद रूस ने यूक्रेन की सीमा पर 7000 सैनिकों की वृद्धि की है। 

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