नहीं रहीं अंतरिक्ष यात्री जॉन ग्लेन की पत्नी एनी ग्लेन, 100 वर्ष की उम्र में कोरोना से थीं पीड़ित

Annie Glenn Dies Of Coronavirus: अंतरिक्ष यात्री जॉन ग्लेन की पत्नी एनी ग्लेन का 100 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। एनी कोरोना से पीड़ित थीं।

John Glenn Annie Glenn
जॉन ग्लेन और एनी ग्लेन (फाइल फोटो)  |  तस्वीर साभार: AP
मुख्य बातें
  • अंतरिक्ष यात्री जॉन ग्लेन की पत्नी ऐनी ग्लेन नहीं रहीं
  • ऐनी ग्लेन का 100 वर्ष की उम्र में निधन हो गया
  • वह कोरोना वायरस संक्रमण से पीड़ित थीं

वॉशिंगटन: मशहूर अंतरिक्ष यात्री और अमेरिकी सीनेटर जॉन ग्लेन की पत्नी एनी ग्लेन नहीं रहीं। एनी का कोरोना वायरस के कारण 100 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उनकी मौत सेंट पॉल, मिनेसोटा के पास एक नर्सिंग होम में हुई। ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी में ग्लेन कॉलेज ऑफ पब्लिक अफेयर्स के प्रवक्ता हैंक विल्सन ने यह जानकारी दी। फिलहाल एनी अपना कोलंबस का घर छोड़कर बेटी लिन के साथ रह रही थीं। उनका का जन्म 17 फरवरी 1920 को कोलंबस में हुआ था। उन्होंने स्कूल के दिनों में 1943 में जॉन से दोस्ती के बाद शादी की थी। बता दें कि जॉन की मौत साल 2016 में हुई थी। 

कब चर्चा में आई थीं एनी ग्लेन?

जॉन ग्लेन पृथ्वी की परिक्रमा करने वाले पहले अमेरिकी थे। उन्होंने यह इतिहास 1962 में रचा था। उस वक्त एनी पहली बार चर्चा में आई थीं। हालांकि, उन्होंने अपनी हकलाने की समस्या के कारण मीडिया से दूरी बनाए रखी थी। इसके बाद वह हॉलिन्स कॉलेज में संचार अनुसंधान संस्थान में एक गहन कार्यक्रम से जुड़ीं जिसने उन्हें हकलाने को नियंत्रित करने और सार्वजनिक रूप से बोलने के लिए कौशल दिया। एनी को साल 1998 में उत्कृष्ट सार्वजनिक सेवा के लिए रक्षा विभाग ने सम्मानित किया था। उन्हें बच्चों और विकलांगों के लिए एक मुखर आवाज के तौर पर जाना जाता था।
 

(तस्वीर साभार- AP)

अमेरिका सबसे अधिक प्रभावित

कोरोना वायरस महामारी ने पूरी दुनिया में अपना कहर बरपा रखा है। इस वायरस के चलते दुनिया में तीन लाख 16 हजार से अधिक लोग जान गंवा चुके हैं। वहीं, विश्व में कोरोना संक्रमितों की तादाद 48 लाख को पार कर गई है। दुनिया में कोरोना की सबसे अधिक मार अमेरिका झेल रहा है। अमेरिका में मृतकों की संख्या 90 हजार से ज्यादा हो गई है। यहां संक्रमिण का आंकड़ा 15 लाख से ऊपर चला गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि देश में कोरोना संक्रमण दुनिया में सबसे ज्यादा होना सम्मान की बात है। उन्होंने कहा कि ज्यादा मामले होने को मैं बुरा नहीं मानता। इसका मतलब है कि हमने किसी और से कहीं ज्यादा टेस्टिंग की है।

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