अमेरिका में एक दिन में 3000 से ज्यादा लोगों की मौत, दुनिया में 7 करोड़ से ज्यादा हुए कोरोना के मरीज 

अमेरिका में गत बुधवार को एक दिन में 3000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई। मौत का यह आंकड़ा 9/11 हमले में मारे गए लोगों से ज्यादा है। इससे पहले सात मई को अमेरिका में 2,769 लोगों की संक्रमण से मौत हुई थी।

Worldwide coronavirus cases pass 70 million US reports 3,000 deaths
अमेरिका में एक दिन में 3000 से ज्यादा लोगों की मौत। 

दुनिया में कोरोना महामारी एक बार फिर सिर उठाने लगी है। यूरोप के कई देशों में कोरोनो के तीसरे लहर का खतरा बना हुआ है तो अमेरिका में एक दिन में 3000 से ज्यादा मौतें हुई हैं। विश्व में कोविड-19 से संक्रमित मरीजों की संख्या 7 करोड़ को पार कर गई है। इस महामारी के प्रसार पर रोक लगाने के लिए फ्रांस की सरकार ने रात आठ बजे से कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है। फ्रांस में नए वर्ष के कार्यक्रमों पर रोक रहेगी और सांस्कृतिक स्थल अभी खोल नहीं जाएंगे। 

अमेरिका में एक दिन में 3000 से ज्यादा मौत
जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के मुताबिक कोरोना महामारी से दुनिया भर में अब तक 1,569,000 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। अमेरिका में 1.53 करोड़ लोग इस बीमार से अब तक संक्रमित हुए हैं और यहां 289,431 लोगों की जान जा चुकी है। अमेरिका में गत बुधवार को एक दिन में 3000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई। मौत का यह आंकड़ा 9/11 हमले में मारे गए लोगों से ज्यादा है। इससे पहले सात मई को अमेरिका में 2,769 लोगों की संक्रमण से मौत हुई थी।

दक्षिण अफ्रीका में कोरोना की दूसरी लहर देखी जा रही है। इस देश में पिछले 24 घंटे में 7000 नए केस मिले हैं। दक्षिण अफ्रीका में कोविड-19 से संक्रमण की संख्या बढ़कर 828,598 हो गई है। यहां मगंलवार और बुधवार के बीच 6,709 नए केस मिले।  

महामारी की वजह से आठ करोड़ से ज्यादा लोग हुए विस्थापित
संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि दुनिया के अलग-अलग क्षेत्रों में संघर्ष की स्थिति के कारण इस साल के मध्य तक आठ करोड़ से ज्यादा लोगों को विस्थापित होना पड़ा और कोविड-19 महामारी के कारण शरणार्थियों की जिंदगी और बदहाल हो गयी। शरणार्थियों के अधिकारों के लिए काम करने वाली संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी यूएनएचसीआर का आकलन है कि वैश्विक स्तर पर इस साल के मध्य तक आठ करोड़ से ज्यादा लोगों को विस्थापित होना पड़ा। यूएनएचसीआर ने जेनेवा में बुधवार को इस बारे में एक रिपोर्ट जारी की।

इस साल की शुरुआत में कहा गया था कि अलग-अलग क्षेत्रों में दमन, संघर्ष की स्थिति और मानवाधिकारों के उल्लंघन के कारण 7.95 करोड़ लोगों को अपने मूल स्थानों से विस्थापित होना पड़ा। इसमें क्षेत्र के भीतर विस्थापित हुए 4.57 करोड़ लोगों, 2.96 करोड़ शरणार्थियों और दूसरे देशों में शरण के लिए मजबूर हुए 42 लाख लोगों के आंकड़े भी शामिल हैं।

सबसे ज्यादा सीरिया में विस्थापन
अनुमान के मुताबिक विस्थापन के लिए मजबूर हुए 7.95 करोड़ लोगों में 3-3.4 करोड़ बच्चे थे जिनकी उम्र 18 साल से कम थी। यूएनएचसीआर के मुताबिक सबसे ज्यादा सीरिया (66 लाख), वेनेजुएला (37 लाख), अफगानिस्तान (27 लाख), दक्षिण सूडान (23 लाख) और म्यामां (दस लाख) में लोग विस्थापित हुए।
एजेंसी ने कहा कि लोगों को विस्थापित होने के लिए मजबूर होना पड़ा और कोविड-19 महामारी ने उनकी स्थिति और बदतर कर दी। 

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