पहले विकल्प कम थे लेकिन अब ऐसा नहीं, यूएस को विदेश मंत्री एस जयशंकर का संदेश

विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने इंडिया हाउस में वाशिंगटन डीसी में थिंक-टैंक और रणनीतिक समुदाय के साथ व्यापक मुद्दों पर बातचीत की।मुझे लगता है कि अगर किसी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता को कुछ कहना होता है, तो मैं आपसे आग्रह करूंगा कि आप संबंधित देश के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता की टिप्पणी देखें।

डॉ एस जयशंकर, विदेश मंत्री

हाल के दिनों में विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने भारत की प्रगति, चुनौतियों के बारे में वैश्विक पटल पर अपनी राय रखी है। उन्होंने न्यूयॉर्क में भारतीय अमेरिकी समुदाय को संबोधित करते हुए कहा था कि बदलते माहौल में भारत की भूमिका को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है तो अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन से बातचीत में रक्षा सौदों का जिक्र करते हुए कहा कि वो कौन से मानक हैं जो भारत के लिए महत्वपूर्ण हैं।

कूटनीतिक स्तर पर भारत अब बेहद मजबूत

मैंने जो कहा है मेरे विचार से हमारे संबंधों की स्थिति के बारे में सटीक नीति मूल्यांकन का प्रतिनिधित्व करता है। हम चीन के साथ संबंध के लिए प्रयास जारी रखते हैं, लेकिन जो आपसी संवेदनशीलता, आपसी सम्मान और आपसी हित पर बना है। ऐसे योगदान हैं जो भारत कर सकता है। आज हमारे पास एक स्थिर भूमिका है, हमारी एक सेतु भूमिका है। हमारी एक कूटनीतिक भूमिका है, हमें वास्तव में आर्थिक दृष्टि से देखना है, हम वैश्विक अर्थव्यवस्था के जोखिम को कम करने में कैसे योगदान दे सकते हैं?

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