उन्होंने कहा कि उड़ान संख्या पीके-303 लाहौर से आ रही थी और विमान कराची उतरने ही वाला था कि कुछ मिनट पहले मालिर में मॉडल कालोनी के निकट जिन्ना गार्डन में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
उन्होंने कहा कि उड़ान संख्या पीके-303 लाहौर से आ रही थी और विमान कराची उतरने ही वाला था कि कुछ मिनट पहले मालिर में मॉडल कालोनी के निकट जिन्ना गार्डन में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
राष्ट्रीय विमानन कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा कि पीआईए एयरबस ए320 में 99 यात्री और चालक दल के सात सदस्य सवार थे। विमान हवाईअड्डे के निकट जिन्ना आवासीय सोसाइटी में दुर्घटनाग्रस्त हुआ।
उन्होंने कहा कि कैप्टन ने हवाई यातायात टावर को सूचित किया कि उसे विमान के लैंडिंग गियर में कुछ गड़बड़ी लग रही है और इसके बाद विमान रडार से गायब हो गया।
उड़ान संख्या पीके 303 लाहौर से कराची आ रही थी। नागर विमानन प्राधिकरण (सीएए) ने कोरोना वायरस महामारी की वजह से कई हफ्तों के लॉकडाउन के बाद कुछ दिनों पहले ही सीमित मात्रा में घरेलू उड़ानों की इजाजत दी थी।
टीवी चैनलों में दिखाया जा रहा है कि जिस जगह यह दुर्घटना हुई वहां कुछ घरों और कारों को नुकसान पहुंचा है। बचावकर्मी व पुलिस अधिकारियों ने पुष्टि की है कि बर्बाद हुए घरों से अब तक कम से कम चार शव मिल चुके हैं जबकि कई घायलों को अस्पताल ले जाया गया है।
सीएए ने कहा कि पाकिस्तानी सेना और वायु सेना ने बचाव और राहत अभियान में मदद के लिये अपने दल भेजे हैं। पीआईए का विमान कैप्टन सज्जाद गुल उड़ा रहे थे।
इस कालोनी के रहने वाले एक व्यक्ति ने एआरवाई न्यूज चैनल को बताया कि विमान के पंखों में आग लगी थी जो दुर्घटनाग्रस्त होने से पहले कुछ घरों की छतों से टकराया।
नाम नहीं जाहिर करने की शर्त पर एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, 'यह कहना अभी जल्दबाजी होगा कि इस हादसे में कितने लोगों की जान गई है लेकिन…अगर यात्री या चालक दल इस क्रैश लैंडिंग में बच जाते हैं तो यह चमत्कार होगा।'
पाकिस्तान में सात दिसंबर 2016 के बाद यह पहला बड़ा विमान हादसा है जब चित्राल से इस्लामाबाद आ रहा एक पीआईए एटीआर-42 विमान बीच में ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।