- डस्ट से भरे ट्रकों से पांच-पांच हजार रुपये प्रतिमाह करते थे वसूली
- खेरागढ़ थाने के मुंशी और कागरोल थाने के ऑपरेटर पर मामला दर्ज
- पुलिस दोनों से कर रही है पूछताछ, जल्द हो सकती है गिरफ्तारी
Agra Corruption: आगरा के पुलिस थाने में भ्रष्टाचार का बड़ा खुलासा हुआ है। दो थानों में तैनात पुलिसकर्मी गिट्टी और डस्ट से भरे ट्रकों से पांच-पांच हजार रुपये प्रतिमाह की वसूली करते थे। इसकी शिकायत जब एसएसपी प्रभाकर चौधरी तक पहुंची तो उन्होंने इस मामले की जांच कराई। जिसमें रिश्वतखोरी की पुष्टि होने के बाद शुक्रवार को एसएसपी के निर्देश पर खेरागढ़ थाने के मुंशी और कागरोल थाने के कंप्यूटर ऑपरेटर के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। यह मुकदमा एक ट्रक चालक की तहरीर पर दर्ज हुआ है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार राजस्थान के धौलपुर निवासी अशोक कुमार की ट्रांसपोर्ट कंपनी है। इनके ट्रक राजस्थान से डस्ट और गिट्टी लेकर आगरा आते थे। अशोक की तरफ से एसएसपी को की गई शिकायत में बताया था कि उनके ट्रक कभी-कभी ओवरलोड हो जाते थे। इन ओवरलोड ट्रकों को पास करने के लिए खेरागढ़ थाने में तैनात मुंशी सत्यपाल उससे 5000 रुपये प्रति माह लेता था।
आरोपी मुंशी दूसरे पुलिसकर्मी को भी दिलाने लगा रिश्वत
अशोक की तरफ से एसएसपी को दी गई शिकायत में बताया गया कि कुछ माह पहले मुंशी सत्यपाल ने उसे कहा कि तुम्हारे ट्रक जिले के कागरोल क्षेत्र में भी जाते हैं। वहां पर भी मैं तुम्हारी सेटिंग कागरोल थाने के एक कर्मचारी से करा देता हूं। इसके बाद मुंशी ने कागरोल थाने में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर तैनात अरुण से बात कर उसे जाकर 5000 रुपये देने को कहा। इसके बाद अशोक ने कंप्यूटर ऑपरेटर अरुण से भी बात की। अशोक के अनुसार अरुण ने उनसे कहा था कि वह ट्रक आने से पहले ही अधिकारियों की लोकेशन उसे बता दिया करेगा। मामले का पता चलने के बाद एसएसपी के निर्देश पर दोनों कर्मचारियों के खिलाफ पुलिस विभाग की छवि धूमिल करने के आरोप में थाना कागारौल में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पूछताछ के बाद दोनों पुलिसकर्मियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जा सकता है।