- भोपाल को मिलेगा 200 मेगावाट अतिरिक्त बिजली
- भोपाल में अब 1000 मेगावाट बिजली की होगी सप्लाई
- गोविंदपुरा के सबस्टेशन में लगा पावर ट्रांसफॉर्मर
Bhopal News: भोपाल शहर को बिजली के मामले में अब बड़ी राहत मिलने वाली है। इसके पीछे की वजह यह है कि राजधानी में बिजली की अधिकतम डिमांड 800 से 1000 मेगावाट तक पहुंच रही है। भोपाल को अब 1000 मेगावाट बिजली सप्लाई होना शुरू हो जाएगा। इस कारण डिमांड और सप्लाई का यह रेश्यो अब बराबर हो जाएगा। इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि शहर के कई इलाकों में अब वोल्टेज कम रहने की समस्या नहीं होगी। बता दें कि मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने भोपाल के ट्रांसमिशन नेटवर्क में 200 मेगावाट बिजली का इजाफा कर दिया है।
बता दें कि कंपनी ने गोविंदपुरा स्थित कंपनी के एक्स्ट्रा हाईटेंशन सबस्टेशन में 200 मेगावाट क्षमता का पावर ट्रांसफॉर्मर लगा दिया है। इससे पूरे शहर में सप्लाई शुरू कर दी गई है। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने जानकारी देते हुए बताया कि, 13 करोड़ रुपए की लागत से 200 मेगावाट पावर के ट्रांसफॉर्मर को कंपनी के विशेषज्ञ इंजीनियरों ने ही तैयार किया है।
गर्मी में बढ़ जाती है बिजली की डिमांड
जानकारी के लिए बता दें कि गर्मी के सीजन में शहर में अधिकतम डिमांड 800 से 1000 मेगावॉट तक पहुंच जा रही है। ट्रांसमिशन नेटवर्क की क्षमता के हिसाब से सप्लाई और डिमांड में बड़ा अंतर हो रहा था। इस वजह से कई इलाकों में लोड बढ़ जाता था तो कई इलाकों में वोल्टेज कम होने की समस्या आती थी। अब बिजली से संबंधित समस्याओं से निजात मिल जाएगा।
अन्य सब स्टेशनों पर लोड होगा कम
बता दें कि ट्रांसमिशन नेटवर्क में 200 मेगावाट बिजली बढ़ाने के लिए लगभग 13 करोड़ का पावर ट्रांसफार्मर स्थापित किया गया है। इसकी स्थापना से भोपाल के शहरी और गोविंदपुरी के औद्योगिक क्षेत्र को फायदा मिलने वाला है। इस ट्रांसफार्मर के लग जाने से आसपास के सब स्टेशनों को काफी सपोर्ट मिल जाएगा। मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के मुख्य अभियंता अतुल जोशी ने इसके बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि, भोपाल में विश्वसनीय और सतत विद्युत ट्रांसमिशन के लिए 200 मेगावाट के ट्रांसफार्मर को गोविंदपुरा के सब स्टेशन में लगाया गया है। इससे शहर में हाई और लो वोल्टेज की समस्या दूर हो जाएगी।