- हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक का ड्राइवर था मृतक
- पुलिस ने हत्यारोपी पत्नी और बेटे को किया गिरफ्तार
- पुलिस ने चार घंटे के अंदर मामले का किया खुलासा
Bhopal Crime News: प्रॉपर्टी की लालच ने एक महिला और उसके बेटे को इस कदर अंधा बना दिया कि उसने अपने पति को मौत के घाट उतार दिया। भोपाल के हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक के वाहन चालक की हत्या का मामला सामने आया है। ड्राइवर का शव खून से लथपथ हालात में छोला मंदिर थाना इलाके में मालीखेड़ी के पास सड़क किनारे मिला। पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए चार घंटे में ही मामला सुलझा दिया और ड्राइवर की दूसरी बीवी और सौतेले बेटे को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस को घटना स्थल के पास ही उसकी बाइक भी खड़ी मिली थी। पुलिस ने संदेह के आधार पर ड्राइवर की दूसरी पत्नी और बेटे को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो दोनों ने गुनाह कबूल कर लिया। पुलिस ने आरोपित मां-बेटे को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
भंडारे में जाने की बात कहकर ड्राइवर निकला था घर से
छोला मंदिर थाना पुलिस के मुताबिक 55 वर्षीय अमर सिंह मालीखेड़ी में परिवार के साथ रहता था। वह हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ. दीपक मरावी की गाड़ी चलाता था। सोमवार रात करीब 10 बजे अमर सिंह घर से भंडारे में जाने की बात कहकर अपनी बाइक से निकला था। रात करीब 10:30 बजे पुलिस को मालीखेड़ी पुलिया के पास सड़क किनारे खून से लथपथ शव पड़ा होने की सूचना मिली। पुलिस मौके पर पहुंची। मृतक की पहचान अमर सिंह के रूप में हुई।
ये था पूरा मामला
पुलिस जांच में सामने आया कि पास में ही रहने वाले एक व्यक्ति ने घटनास्थल पर महिला-पुरुष की लड़ाई की आवाज सुनी थी। पुलिस ने संदेह के आधार पर मृतक की दूसरी पत्नी और उसके सौतेले बेटे शिवराज को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने अपना गुनाह कबूल कर लिया। मृतक की पहली पत्नी का करीब दस साल पहले निधन चुका है। उसने पिछले साल शांति बाई कुशवाहा नामक महिला से दूसरी शादी कर ली, जिसके अपने पहले पति से दो बेटे शिवराज (19) व राहुल (17) नामक दो बेटे हैं।
बेटों के साथ मिलकर की हत्या
आरोपित महिला ने कहा कि अमर सिंह उसके चरित्र पर शक करते हुए अक्सर उसके साथ मारपीट करता था। सोमवार को शांतिबाई एक शादी में गई थी। वहां से लौटी तो अमर सिंह ने उस पर शक करते हुए उसके साथ फिर मारपीट की। वह उसे शादी वाली जगह पर वापस ले जाने लगा। इसी बीच शांति बाई ने अपने बेटे शिवराज को फोन कर बुला लिया। इसके बाद मां-बेटे ने योजनाबद्ध तरीके से मिलकर अमर सिंह की हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपितों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया।