- डब्ल्यूटीसी फाइनल में भारत को करारी हार मिली
- न्यूजीलैंड ने खिताबी मुकाबला 8 विकेट से जीता था
- भारत की हार पर कंगारू कप्तान ने रिए्क्ट किया है
कई दिग्गज क्रिकेटरों की तरह ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट कप्तान टिम पेन ने भी आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम इंडिया की जीत की भविष्यवाणी की थी। हालांकि, भारत की उम्मीदों पर पानी फिर गया और केन विलियमसन की कप्तानी वाली न्यूजीलैंड खिताब अपने नाम करने में सफल रही। न्यूजीलैंड ने बुधवार (23 जून) को यानी रिजर्व डे पर बेहद शानदार प्रदर्शन किया और सभी को हैरान कर दिया। वैसे, मैच में न्यूजीलैंड का पलड़ा शुरू से भारी था।
भारतीय टीम ने 217 और 170 बनाए
इंग्लैंड के साउथैम्पटन के एजेस बाउल स्टेडियम में खेला गया खिताबी मुकाबला बारिश से प्रभावित रहा। न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी और भारत ने पहले पारी में 217 रन बनाए। जवाब न्यूजीलैंड ने 249 रन बनाकर 32 रन की बढ़त ले ली। वहीं, भारतीय टीम दूसरी पारी में 170 ही बना पाई और न्यूजीलैंड को पहली पारी की बढ़त के आधार पर 139 रन का लक्ष्य मिला। न्यूजीलैंड ने दो विकेट गंवाकर आसनी जीत हासिल कर ली और साथ ही टिम पेन गलत साबित हो गए। ऐसे में पेन ने मांफी मांगी है।
पेन ने टीम इंडिया पर कही थी ये बात
बता दें कि डब्ल्यूटीसी से फाइनल पहले टिम ने कहा था कि मेरा अनुमान है कि भारत आसानी से जीत जाएगा, बशर्ते वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें। वहीं, पेन ने अब अपनी भविष्यवाणी को लेकर मांफी मांगते हुए कहा कि हर किसी से गलती होती है तो मुझसे भी हुई है। उन्होंने न्यूजीलैंड टीम की जमकर तारीफ की। पेन ने न्यूस्टॉक जेडबी से कहा, 'हम सभी कभी-न-कभी गलत साबित होते हैं। मैरा कीवी फैंस से हल्का सा सामना हुआ तो मुझे लगा कि मीडिया के आगे गलती स्वीकार करूं।'
'कीवी टीम ने बेहतरीन खेल दिखाया'
पेन ने कहा कि मुझे लगता है कि न्यूजीलैंड के खिलाड़ियों ने बेहतरीन खेल दिखाया। कीवी खिलाड़ी जिस तरह से खेलते हैं, उन्हें देखना हमेशा शानदार होती है। एक छोटे से राष्ट्र के खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर जो कारनामा अंजाम दिया, उसका सम्मान करता हूं। गौरतब है कि डब्ल्यूटीसी जीतने के साथ के साथ कीवी टीम ने अपने दो दोशकों के आईसीसी खिताब के सूखे को समाप्त कर दिया है। न्यूजीलैंड ने इससे पहले साल 2000 आईसीसी नॉकआउट ट्रॉफी में अपने नाम की थी।