- कौन सी बात कार्तिक को करती रही टीम इंडिया में वापसी के लिए प्रेरित
- हर रोज देखते हैं टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व करने का सपना
- वापसी की भूख रही टीम में लौटने की सबसे बड़ी वजह
राजकोट: भारतीय क्रिकेट टीम को लंबे समय से एक फिनिशर की तलाश है जो धोनी की जगह ले सके लेकिन अबतक उनकी जगह कोई नहीं ले सका। टीम इंडिया की ये तलाश आईपीएल 2022 में धोनी से पहले अंतरराष्ट्रीय डेब्यू करने वाले दिनेश कार्तिक पर जाकर खत्म हुई। साल 2019 के विश्व कप सेमीफाइनल के बाद धोनी ने संन्यास ले लिया था और दिनेश कार्तिक टीम से बाहर हो गए।
आईपीएल के प्रदर्शन को चयनकर्ता नहीं कर पाए नजरअंदाज
टीम से बाहर होने के बाद कार्तिक ने वापसी का आस नहीं छोड़ी और लगातार घरेलू क्रिकेट में खेलते रहे और चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करते रहे। लेकिन आईपीएल 2022 में आरसीबी के लिए खेलते हुए उन्होंने बतौर फिनिशर जो प्रदर्शन किया उसे चयनकर्ता नजरअंदाज नहीं कर सके और कार्तिक को तीन साल बाद टीम में वापसी का मौका दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांच मैच की घरेलू टी20 सीरीज के लिए मिल गया।
कटक में खेली 21 गेंद में 30 रन की पारी
कार्तिक को नई दिल्ली में खेले सीरीज के पहले मैच में बल्लेबाजी का ज्यादा मौका नहीं मिला। लेकिन कटक में खेले गए दूसरे टी20 में उन्होंने 21 गेंद में नाबाद 30 रन की पारी खेलकर ये बता दिया कि उनके बल्ले में अभी जंग नहीं लगी है और उनके अंदर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धमाल मचाने के दमखम बाकी है।
हर पल का उठा रहा हूं लुत्फ
गुरुवार को बीसीसीआई द्वारा जारी एक वीडियो में कार्तिक ने टीम इंडिया में वापसी पर खुशी जताते हुए कहा, 'पिछले तीन साल से मैं बाहर से मैं टीम को देख रहा था और समझ रहा था कि इस टीम का हिस्सा होने के क्या मायने हैं। अब तीन साल बाद इसका हिस्सा बनकर मैं बहुत सुखद महसूस कर रहा हूं। मैं इस मौके के हर एक पल का लुत्फ उठा रहा हूं।'
वापसी की भूख बनी लौटने की वजह
कार्तिक ने तीन साल बाद टीम में लौटने का राज साझा करते हुए कहा, टीम में वापसी की भूख की वजह से मैं यहां लौट सका। देश की जर्सी पहनकर खेलना और भारत का प्रतिनिधित्व करने का सपना मैं हर रोज देखता हूं। इसी वजह से मैं पिछले एक दशक से लगातार अपने काम में जुटा हूं।
भारत के लिए खेलना मेरे लिए है सबसे बड़ी बात
अंत में कार्तिक ने कहा, भारत के लिए खेलने की खुशी बहुत सुखद है। भारत के लिए खेलना मेरे लिए सबसे बड़ी बात है। मैं बेहद खुश और सौभाग्यशाली हूं कि यहां तक पहुंच सका।