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रणजी ट्रॉफी के बार-बार स्‍थगित होने पर भड़क गए रवि शास्‍त्री, कहा- इसे नजरअंदाज करना बहुत भारी पड़ेगा

Updated Jan 28, 2022 | 13:15 IST

Ravi Shastri on Ranji Trophy postponement: टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच रवि शास्‍त्री रणजी ट्रॉफी को स्‍थगित करने के फैसले से खुश नहीं हैं। रवि शास्‍त्री ने रणजी ट्रॉफी स्‍थगित होने पर ट्वीट करके अपनी निराशा जाहिर की।

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रवि शास्‍त्री
मुख्य बातें
  • रवि शास्‍त्री ने रणजी ट्रॉफी के स्‍थगित होने पर निराशा व्‍यक्‍त की
  • रवि शास्‍त्री ने ट्वीट करके कहा कि रणजी ट्रॉफी के बिना भारतीय क्रिकेट रीढहीन हो जाएगा
  • कोरोना वायरस महामारी के कारण इस साल भी रणजी ट्रॉफी स्‍थगित की गई

नयी दिल्ली: पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने शुक्रवार को कहा कि रणजी ट्रॉफी की उपेक्षा करने पर भारतीय क्रिकेट 'रीढहीन' हो जायेगा। शास्त्री ने यह बयान ऐसे समय में दिया है जब कोरोना महामारी के कारण पिछले साल रद्द होने के बाद इस साल भी रणजी ट्रॉफी स्थगित कर दी गई है।

रणजी ट्रॉफी 13 जनवरी से खेली जानी थी, लेकिन कोरोना महामारी की तीसरी लहर के कारण इसे अनिश्चितकाल के लिये स्थगित कर दिया गया है। शास्त्री ने ट्वीट किया, 'रणजी ट्रॉफी भारतीय क्रिकेट की रीढ है। इसकी उपेक्षा करने पर आप रीढहीन हो जायेंगे।'

बीसीसीआई कोषाध्यक्ष अरूण धूमल ने गुरुवार को बोर्ड की बैठक के बाद कहा कि बोर्ड दो चरण में रणजी ट्रॉफी का आयोजन कर सकता है। इसकी वजह यह है कि 27 मार्च से आईपीएल शुरू हो रहा है और ऐसे में एक बार में रणजी ट्रॉफी करा पाना संभव नहीं है।

बैठक में बोर्ड अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह भी मौजूद थे। बोर्ड की योजना रणजी ट्रॉफी का पहला सत्र फरवरी से मार्च और दूसरा सत्र जून जुलाई में कराने की है। महामारी के कारण पिछले सत्र में बीसीसीआई पुरूषों के सिर्फ दो सीमित ओवरों के टूर्नामेंट (विजय हजारे ट्रॉफी और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी) करा पाया था।

बीसीसीआई ने पिछले सत्र में रणजी ट्रॉफी नहीं होने पर सभी प्रथम श्रेणी क्रिकेटरों को मैच फीस का 50 फीसदी भुगतान किया था। इस साल भी टूर्नामेंट नहीं होता है तो भारत ए टीम जैसी टीमों के लिये क्रिकेटरों का पूल बनाने में दिक्कत होगी।

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