नई दिल्ली, 9 नवंबर: दिल्ली कैपिटल्स के ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर मार्कस स्टोइनिस ने रविवार को आईपीएल-13 के क्वालीफायर-2 में सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ बतौर ओपनर बल्ले से आक्रामक पारी खेलने के बाद गेंदबाजी में भी शानदार प्रदर्शन करके टीम को फाइनल तक पहुंचाया। स्टोइनिस ने बल्लेबाजी में 38 रन की आक्रामक पारी खेलने के अलावा गेंदबाजी में 26 रन देकर तीन विकेट झटके और उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया। अब फाइनल मैच में उनकी एक खास कला पर सबकी नजरें टिकी होंगी।
हैदराबाद के खिलाफ दूसरे क्वालीफायर मैच में एक समय ऐसा लग रहा था कि हैदराबाद के बल्लेबाज केन विलियम्सन मैच को दिल्ली से दूर लेकर जा रहे थे, लेकिन तभी स्टोइनिस ने ऑफ कटर गेंद पर विलियम्सन को कगिसो रबाडा के हाथों कैच कराकर मैच को दिल्ली के पक्ष में मोड़ दिया। आउट होने से पहले कीवी कप्तान ने 44 गेंदों पर 67 रनों की पारी खेली। स्टोइनिस ने विलियम्सन को आउट करने से पहले वैसी ही गेंद पर मनीष पांडे को भी आउट किया था।
धीमी गेंदें होंगी गेम चेंजर
फाइनल मुकाबले में मुंबई के पास कीरोन पोलार्ड, हार्दिक पांड्या और क्रुणाल पांड्या जैसे विस्फोटक बल्लेबाज मौजूद हैं और स्टॉयनिस की धीमी तथा विविधता वाली गेंदें एक बार फिर से दिल्ली के लिए अहम हो सकती हैं। स्टॉयनिस ने मैच के बाद रविवार को कहा था, 'मैं ये देखना चाहता था कि अपने ग्रिप को बदलने के बाद क्या मैं विकेट ले रहा हूं या वाइड यॉर्कर और धीमी गेंदों के साथ अपनी रणनीति बदल रहा हूं।'
योजना और अनुशासन
स्टोइनिस ने ये भी बताया कि वो कप्तान और कोच, सबसे बातचीत करके और टीम की रणनीति के हिसाब से खेलते हैं। उन्होंने कहा, 'इस प्रारुप में गेंदबाजी करना हमेशा से मुश्किल होता है। मैदान में उतरने से पहले योजना बनाना, अच्छे आइडिया के साथ उतरना और अपने कप्तान और कोच तथा अपनी रणनीति में अलग-अलग बल्लेबाजों से बात करना है।' स्टोइनिस इस सीजन में अब तक 352 रन बनाने के अलावा 12 विकेट भी ले चुके हैं।