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सावधान! इन 100 ऐप के जरिए चीन तक जा रही है आपकी जानकारी, पैसों के साथ इज्जत भी हो सकती है नीलाम!

शिशुपाल कुमार | Principal Correspondent
Updated Aug 23, 2022 | 00:56 IST

चीन का यह गिरोह कई अकाउंटों के जरिए पैसों की वसूली करता है। फोन करने के लिए यह गिरोह फर्जी कागजों पर लिए गए नंबर का इस्तेमाल करता है।

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तस्वीर साभार:&nbspANI
चीनी नागरिक का पासपोर्ट
मुख्य बातें
  • 500 करोड़ के घोटाले का दिल्ली पुलिस ने किया है खुलासा
  • देश के कई राज्यों में फैला है नेटवर्क
  • कई महिला समेत 22 लोगों को किया गया है गिरफ्तार

आज के दौर में देश के युवा तेजी से उन लोन ऐप्स की तरफ आकर्षित हो रहे हैं, जो मिनटों में पैसे यूजर्स के अकाउंट ट्रांसफर कर देते हैं। इन ऐप्स के ब्याज दर तो ज्यादा होते ही हैं, अब पैसे चुकाने के बाद इनके लोग यूजर्स को ब्लैकमेल भी करने लगे हैं। इस कारण से कई लोग आत्महत्या तक कर लेते हैं।

कौन चलाता है गिरोह 

भारत में इस गिरोह को चीन में बैठे हुए सरगना चलाते हैं। कुल 100 चीनी ऐप्स को इस मामले में संलिप्त पाया गया है। जब आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे लोग इन ऐप्स से लोन ले लेते हैं, फिर इनका खेल शुरू हो जाता है। पहले तो पूरे पैसे काफी उच्च ब्याजदर पर वापस लेते हैं। इसके बाद यूजर को ये लोग मॉर्फ्ड नग्न फोटे के सहारे उन्हें ब्लैक मेल करने लगते हैं। 

कहां से लेते हैं फोटो

दरअसल जब लोन के लिए लोग इनके ऐप्स डाउनलोड करते हैं, तो ये यूजर से कई परमिशन मांगते हैं। जैसे, फोटो गैलरी का एक्सेस, मैसेज का एक्सेस, कैमरे का एक्सेस, चैट का एक्सेस, इन जानकारियों का लोन से कोई लेना-देना नहीं होता है। कई बार लोग अंजाने में या मजबूरी में इन्हें इसकी परमिशन दे देते हैं। परमिशन मिलने के बाद यूजर की सारी जानकारी चीन भेज दी जाती है, फिर वहीं से वसूली का खेल खेला जाता है।

ये ऐप्स कर रहे हैं ये खेल

ऐप की पहचान कैश पोर्ट, रुपी वे, लोन क्यूब, वाह रुपया, स्मार्ट वॉलेट, जाइंट वॉलेट, हाय रुपया, स्विफ्ट रुपया, वॉलेटविन, फिशक्लब, यसकैश, इम लोन, ग्रोथट्री, मैजिक बैलेंस, योकैश, फॉर्च्यून ट्री, सुपरकॉइन आदि के रूप में की गई है।

पुलिस को क्या मिला

दिल्ली पुलिस को जब ऐसे मामलों की लगातार शिकायत मिलने लगी तो उसने दो महीने तक देश के कई राज्यों में छापे मारे। कुल 22 लोगों को गिरफ्तार किया। कुछ चीनी नागरिकों की भी पहचान की गई है, उनकी खोज जारी है। इसी छापे के दौरान जब लखनऊ के एक कॉल सेंटर पर छापा मारा गया तो सारा खेल सामने आ गया। इन छापों के दौरान पुलिस ने कम से कम 51 मोबाइल फोन, 25 हार्ड डिस्क, नौ लैपटॉप, 19 डेबिट कार्ड/क्रेडिट कार्ड और तीन कारें और 4 लाख नकद बरामद किए हैं।

रहें सावधान

ऐसे लोन ऐप्स से बहुत ही ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। जब भी आर्थिक परेशानी तो आरबीआई से मान्यता प्राप्त ही संस्थानों से ही पैसे लें। किसी भी ऐप से पैसे लेने के समय नियम और शर्तें जरूर पढ़ें साथ ही फोन का परमिशन देते समय सावधानी बरतें। अन्यथा पैसे तो जाएंगे ही, मॉर्फ्ड फोटो के कारण इज्जत नीलम होने का भी खतरा रहेगा।