नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में कुल लोगों के एक समूह ने एक दलित युवक रजत को कथित तौर पर अपनी मूंछें मुंडवाने के लिए मजबूर किया। बड़गांव पुलिस स्टेशन की सीमा के भीतर शिमलाना गांव के निवासी रजत (22) इंजीनियरिंग छात्र है। उसने अपनी शिकायत में दावा किया कि उसे एक नाई की दुकान में ले जाया गया, धमकी दी गई, गाली दी गई और जबरन उसकी मूंछें मुंडवा दी गईं।
रजत ने कहा, 'गांव के ऊंची जाति के लोगों ने मुझे पकड़ लिया और गालियां देना शुरू कर दिया। वे चाकू और देशी पिस्तौल से लैस थे और मुझे जबरन एक नाई की दुकान पर ले गए, मुझे जान से मारने की धमकी दी और मेरी मूंछें मुंडवा दी।' इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में युवक को नाई की दुकान पर मूंछें मुंडवाते हुए देखा जा सकता है।
'द क्विंट' की खबर के अनुसार, रजत के परिवार ने दावा किया कि उन्हें धमकाया जा रहा था, वे डर की वजह से चुप रहे। रजत के बड़े भाई सोनू ने कहा, 'उसे (रजत को) उन्हीं लोगों द्वारा लगातार धमकाया और प्रताड़ित किया जा रहा था। जब वह घर वापस आया, तो मैंने पूछा कि उसने अपनी मूंछें क्यों मुंडवाईं। वह इतने डर में था, उसने कहा कि उसने अपनी मर्जी से किया। हमें घटना के बारे में तब पता चला जब वीडियो सामने आया और फिर उसने अपनी आपबीती सुनाई।'
यह घटना 18 जुलाई को हुई थी लेकिन सोशल मीडिया पर वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने संज्ञान लिया। 22 जुलाई को भीम आर्मी ने इसका विरोध किया। सात आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 147, 148, 323, 504 और 506 और अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की संबंधित धारा के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।