- महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए खास फैसला
- महिलाओं की ट्रेनिंग के लिए 4800 रुपये का खर्च परिवहन विभाग उठाएगा
- महिलाओं को कंपनियों की तरफ से रोजगार के अवसर दिए जाएंगे
Women Driving Training News: दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए खास फैसला किया है। पेशेवर टैक्सी ड्राइवर बनने की इच्छा रखने वाली महिलाओं को सरकार खास ट्रेनिंग देगी। दिल्ली सरकार ट्रेनिंग के लिए महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करेगी, जिसके तहत महिलाओं की ट्रेनिंग का 50 फीसदी यानी करीब 4800 रुपये का खर्च परिवहन विभाग उठाएगा। इच्छुक महिलाओं को लोनी, बुराड़ी और सराय काले खां के ड्राइविंग प्रशिक्षण केंद्रों में ट्रेनिंग दी जाएगी।
इन प्रशिक्षण केंद्रों में सरकार महिलाओं को ड्राइविंग की ट्रेनिंग के लिए मालिकों और कैब एग्रीगेटर को आमंत्रित करेगी। सरकार इसका खर्च 50 फीसदी के प्रायोजित के तौर पर उठाएगी। ड्राइविंग की ट्रेनिंग पूरी होने के बाद महिलाओं को इन कंपनियों की तरफ से रोजगार के अवसर दिए जाएंगे।
आवेदकों का आकलन कर दी जाएगी ट्रेनिंग
ट्रेनिंग के बाद दिल्ली की महिलाएं आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से मजबूत हो सकेंगी। केजरीवाल सरकार ने वाहनों के मालिकों और एग्रीगेटर कंपनियों से इस योजना के लिए अपनी रुचि जाहिर करने को कहा है। महिलाएं इसके लिए आवेदन कर सकती हैं। आवेदकों की संख्या का आकलन कर उन्हें ट्रेनिंग का अवसर दिया जाएगा। सरकार का इस योजना को शुरू करने का मकसद सार्वजनिक परिवहन क्षेत्र में महिलाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करना है। गौरतलब है कि अलग अलग मंचों के जरिए दिल्ली की महिलाएं आजीविका के लिए टैक्सी ड्राइवर्स के रूप में काम करने के लिए उत्साहित हैं।
ई-ऑटो परमिट 33 फीसदी महिलाओं के लिए आरक्षित
आपको बता दें कि इस साल दिल्ली सरकार ने फरवरी में महिलाओं को ड्राइवर के तौर पर भर्ती करने के लिए पात्रता मानदंडों में रियायत दी है। पहले महिलाओं का न्यूनतम ऊंचाई मानदंड 159 सेमी था, जिसे सरकार ने घटाकर 153 सेमी कर दिया है। राज्य सरकार के इस फैसले से डीटीसी (दिल्ली परिवहन निगम) और डीआईएमटीएस (दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी-मॉडल ट्रांजिट सिस्टम) में 7300 बसों के संयुक्त बेड़े में महिलाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ गए हैं। इसके अलावा 33 फीसदी ई-ऑटो का परमिट भी महिलाओं के लिए आरक्षित है।