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Faridabad: फरीदाबाद के इन इलाकों में अब नहीं होगी पेयजल किल्‍लत, मिलेगा 10एमएलडी अतिरिक्त पानी

Updated Jun 06, 2022 | 17:12 IST

Water Supply in Faridabad: फरीदाबाद में पेयजल सप्‍लाई को दुरूस्‍त करने के लिए एफएमडीए लगातार कार्य कर रहा है। इसी क्रम में यमुना नदी के किनारे मोठूका में लगाए गए नए 10 ट्यूबवेल शुरू हो गए हैं।

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तस्वीर साभार:&nbspRepresentative Image
फरीदाबाद में शुरू हुए 10 नए ट्यूबवेल
मुख्य बातें
  • मोठूका में 10 नए ट्यूबवेल से शुरू हुआ पानी सप्‍लाई
  • शहर को प्रतिदिन मिलेगा 10 एमएलडी अतिरिक्‍त पानी
  • शहर में जल्‍द लगाए जाएंगे 12 नए ट्यूबवेल

फरीदाबाद के कई इलाकों के लिए राहत भरी खबर है। शहर में पेयजल सप्‍लाई को मजबूत करने के लिए यमुना नदी के किनारे मोठूका में लगे नए 10 ट्यूबवेल शुरू हो गए हैं। इनसे अब शहर को प्रतिदिन 10 एमएलडी अतिरिक्‍त पानी मिल सकेगा। इन ट्यूबवेल को लगाने में करीब दो करोड़ नौ लाख रुपये खर्च किए गए हैं। यह पानी मोठूका बूस्टर से बल्लभगढ़ सेक्टर-25 बूस्टर से होते हुए सेक्टर-22, 23,जनता कॉलोनी, संजय कॉलोनी सहित पूरे इलाके में जाएगा।

बता दें कि, गर्मी शुरू होते ही शहर में पेयजल किल्‍लत शुरू हो जाती है। कई इलाकों में तो पानी का प्रेशर इतना लो हो जाता है, कि उनकी दैनिक जरूरतें भी नहीं पूरी हो पाती। इसलिए शहर में पेयजल आपूर्ति दुरुस्त करने की जिम्‍मेदारी अब एफएमडीए को दी गई है। जिसके बाद से एफएमडीए लगातार पानी सप्‍लाई को दुरूस्‍त करने का कार्य कर रहा है। इसी दिशा में ये 10 ट्यूबवेल लगाए गए हैं, वहीं इसके अलावा अभी 12 और रेनीवेल लगाने की योजना तैयार हो चुकी है।

लोगों को मिलेगा अतिरिक्त पानी

इन 10 ट्यूबवेल के शुरू होने से अब 10 एमएलडी पानी पाइप लाइन नंबर एक में बढ़ जाएगा। इस सुविधा का सीधा असर लोगों की पेयजल आपूर्ति पर पड़ेगा। इस लाइन से जुड़े क्षेत्रों में अब पेयजल की किल्‍लत नहीं होगी। हालांकि अभी भी शहर में पेयजल की मांग व आपूर्ति में करीब 100 एमएलडी का अंतर है। अभी तक बल्लभगढ़ विधानसभा के साथ-साथ एनआईटी क्षेत्र में पेयजल की किल्लत सबसे अधिक थी। यहां लोगों को कई-कई दिन तक पानी नहीं मिलता। जिसकी वजह से यहां रहन वाले लोग निजी टैंकरों से पानी खरीदकर पीने को मजबूर थे। हालांकि अब इन लोगों को राहत मिलेगी। इसके अलावा शहर के अन्‍य क्षेत्रों में भी पेयजल की स्थिति में सुधार के लिए रेनीवेल की हालत भी सुधारा जा रहा है। इसी दिशा में नगर निगम के 16 और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के छह रेनीवेल टेकओवर किए जा चुके हैं।