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Gurugram Administration: ऑटो रिक्शा चालकों की खत्‍म होगी मनमानी, ये होंगे नियम, नहीं माने तो होगी सख्त कार्रवाई

Updated May 07, 2022 | 12:53 IST

Gurugram Administration: साइबर सिटी के अंदर किराया वसूली में अब ऑटो रिक्‍शा चालकों की मनमनानी नहीं चलेगी। प्रशासन ने 30 जून तक सभी ऑटो चालकों को किराया मीटर लगवाना अनिर्वाय कर दिया है। इसके बाद सीधे ऑटो को जब्‍त किया जाएगा।

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तस्वीर साभार:&nbspBCCL
सड़कों पर चलते ऑटो रिक्‍शा
मुख्य बातें
  • गुरुग्राम में ऑटो के अंदर किराया मीटर लगवाना जरूरी
  • ऑटो रिक्‍शा चालकों को मिला 30 जून तक का समय
  • प्रशासन द्वारा जुलाई से जब्‍त किए जाएंगे ऑटो रिक्‍शा

Gurugram Administration: साइबर सिटी के अंदर अब किराया वसूली में ऑटो रिक्‍शा चालकों की मनमानी नहीं चलेगी। जिला प्रशासन ने जिले में चलने वाले सभी ऑटो रिक्शा में किराया मीटर लगवाने की समय-सीमा तय कर दी गई है। सभी ऑटो को 30 जून तक अपने ऑटो में किराया मीटर लगवाना अनिर्वाय है। अगर तय सीमा के बाद भी चालक मीटर नहीं लगाते हैं तो इसके बाद प्रशासन कार्रवाई शुरू करेगा। 1 जुलाई से जो भी ऑटो रिक्‍शा बिना किराया मीटर के दिखेंगे उन्‍हें प्रशासन सीधे जब्‍त कर लेगा।

यह जानकारी उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने लघु सचिवालय में ऑटो यूनियन के पदाधिकारियों के साथ एक बैठक में दी। उन्‍होंने कहा कि गुरुग्राम की पहचान देश-विदेश में है। प्रतिवर्ष यहां पर हजारों विदेशी टूरिस्‍ट भी आते हैं। ऐसे में यहां आने वाले लोग गुरुग्राम शहर की एक बेहतर छवि लेकर जाएं, इसलिए जिले में चल रहे हायर ऑटो रिक्शा में किराया मीटर लगवाना अब अनिर्वाय है।

ऑटो यूनियन ने दी सहमति

प्रशासन के इस फैसले पर ऑटो यूनियन के पदाधिकारियों ने भी अपनी सहमति दी है। वहीं बैठक में मौजूद पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए एक कि शेयरिंग ऑटो रिक्शा में सवारियों की क्षमता का भी ध्यान रखें। उपायुक्त ने कहा कि देखने में आया है कि कुछ ऑटो रिक्शा चालक अपने ऑटो में क्षमता से ज्यादा सवारियां ले जाते हैं। इसके साथ ही यदि कोई ऑटो बिना पंजीकृत नंबर के चल रहा है तो उसको तुरंत जब्त किया जाए। उपायुक्त ने बताया कि गुरुग्राम के अंदर अभी हायरिंग और शेयरिंग ऑटो रिक्शा को मिलाकर करीब 18 हजार ऑटो मौजूद हैं। शहर की सुरक्षा की नजर से काफी बड़ी संख्या है। ऐसे में जिले के सभी ऑटो रिक्शा चालकों को आरटीए विभाग द्वारा रजिस्टर में एंट्री के बाद अस्थाई पहचान पत्र दिए जाएंगे। जिससे किसी भी अपराध की स्थिति में संबंधित व्यक्ति की पहचान की जा सके। साथ ही पुलिस इन पहचान पत्र की मदद से जल्‍द ऑटो तक भी पहुंच सकेगी।