- देश में पहली बार दो दिसंबर को ओमीक्रोन वायरस से संक्रमण के केस मिले
- बीते 14 दिनों में देश के अलग-अलग राज्यों में अब तक 73 केस सामने आ चुके हैं
- इस वायरस पर टीके का असर कम होता दिख रहा है, बच्चों को भी बना रहा बीमार
नई दिल्ली : कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमीक्रोन के केस देश में जिस तरह से मिल रहे हैं उसे देखकर चिंता बढ़ने लगी है। सवाल उठने लगा है कि क्या ओमीक्रोन से देश में कोरोना की तीसरी लहर तो नहीं आएगी। महामारी के पहली और दूसरी लहर में लाखों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। अब ओमीक्रोन के बढ़ते खतरे ने लोगों में एक बार फिर दहशत में पैदा कर दी है। दरअसल, देश में पहली बार दो दिसंबर को ओमीक्रोन के दो केस कर्नाटक में मिले। इसके बाद 14 दिनों के भीतर संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़कर 73 हो गई है। यह वायरस अब तक 11 राज्यों में दस्तक दे चुका है। हर रोज किसी न किसी राज्य में इसके नए केस सामने आ रहे हैं।
तेजी से फैल रहा है ओमीक्रोन
चिंता इसलिए और भी है क्योंकि शुरुआती जांच में यह पाया गया है कि ओमीक्रोन कोरोना के अब तक मिले अन्य वैरिएंट से ज्यादा तेजी के साथ फैल रहा है। हालांकि, राहत वाली बात यह है कि यह लोगों को गंभीर रूप से बीमार नहीं कर रहा है। संक्रमित व्यक्तियों में इसके हल्के लक्षण देखने को मिले हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) इस वायरस को लेकर सावधानी बरतने के लिए कह चुका है।
ओमिक्रॉन को हल्के में न लें, पिछले सभी वेरिएंट के मुकाबले तेजी से फैल रहा है, WHO चीफ ने दी चेतावनी
डब्ल्यूएचओ का कहना है कि कोरोना के इस वैरिएंट पर मौजूदा वैक्सीन का असर कम हो रहा है। इसकी वजह ओमीक्रोन के स्पाइक प्रोटीन में बदलाव को बताया जा रहा है। इस वायरस के जो 50 स्वरूप सामने आए हैं उनमें से 32 के स्पाइक प्रोटीन में बदलाव हुआ है। अब तक जो टीके बने हैं उन्हें कोरोना के स्पाइक प्रोटीन को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।
राज्य | ओमीक्रोन के केस |
महाराष्ट्र | 32 |
राजस्थान | 17 |
दिल्ली | 6 |
गुजरात | 5 |
कर्नाटक | 3 |
तेलंगाना | 2 |
केरल | 5 |
आंध्र प्रदेश | 1 |
चंडीगढ़ | 1 |
प. बंगाल | 1 |
तमिलनाडु | 1 |
कुल | 73 |
महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा केस
देश में ओमीक्रोन के सबसे ज्यादा केस महाराष्ट्र में मिले हैं। इसके बाद राजस्थान में 17 केस सामने आए हैं। तीसरे स्थान पर राजधानी दिल्ली है। यहां अब तक छह केस मिले हैं। देश में ओमीक्रोन से संक्रमित पाए गए ज्यादातर व्यक्तियों की विदेश की ट्रवैल हिस्ट्री रही है। इनके संपर्क में आए लोग भी पॉजिटिव मिले हैं। चूंकि इस वायरस में तेजी से फैलने की क्षमता है, ऐसे में आशंका है कि थोड़ी सी लापरवाही एवं कोरोना नियमों के उल्लंघन पर यह विस्फोटक रूप धारण कर सकता है। चिंता की एक बड़ी वजह यह भी है कि यह वायरस बच्चों को भी संक्रमित कर रहा है।
जापानी वैज्ञानिकों ने तैयार किया ऐसा मास्क, एक चमक से पता चल जाएगा- आप कोरोना से संक्रमित हैं या नहीं
मुंबई में 31 दिसंबर तक निषेधाज्ञा लागू
ओमीक्रोन के खतरे को देखते हुए मुंबई पुलिस ने कहा है कि शहर में सीआरपीसी (आपराधिक दंड प्रक्रिया संहिता) की धारा 144 के तहत 16 दिसंबर से 31 दिसंबर तक निषेधाज्ञा लागू रहेगी और बड़ी संख्या में लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध रहेगा। पुलिस ने यह भी कहा कि किसी आयोजन स्थल पर केवल 50 प्रतिशत क्षमता तक लोगों को किसी कार्यक्रम में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी और कार्यक्रमों के आयोजकों का पूर्ण टीकाकरण होना अनिवार्य होगा। मुंबई में बृहस्पतिवार से धारा 144 लागू करने का आदेश पुलिस उपायुक्त (संचालन) द्वारा सोमवार को जारी किया गया।