तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा (Dalai Lama) को भारत रत्न (Bharat Ratna) से सम्मानित किया जाए..ये कहना है भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता एवं हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार का, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख कर ये मांग की है।
बताया जा रहा है कि शांता कुमार ने पीएम मोदी से दो मांग की हैं जिनमें धर्मगुरु दलाई लामा को भारत रत्न से सम्मानित करना और इसके अलावा तिब्बत के विषय को संयुक्त राष्ट्र संघ में उठाना शामिल है। शांता कुमार का कहना है कि दलाई लामा विश्व में सबसे अधिक सम्मानित आध्यात्मिक नेता हैं।
शांता कुमार ने ये भी लेटर में लिखा है कि उनको सम्मानित करके भारत भी सम्मानित होगा क्योंकि दलाई लामा को विश्व का सबसे बड़ा नोबेल पुरस्कार मिला है इसके अलावा तमाम अन्य देशों के भी सर्वोच्च पुरस्कार से उन्हें सम्मानित किया जा चुका है।
इससे पहले बिहार चुनाव नतीजों पर तिब्बत धर्मगुरू दलाई लामा ने नीतीश कुमार और उनके गठबंधन को जीत की बधाई दी और कहा कि मैं प्रार्थना करूँगा कि आगे जो भी चुनौतियाँ हों, वो पूरी हों, बिहार के लोगों की उम्मीदें भी पूरी हों।
इससे पहले कांगड़ा से भाजपा सांसद किशन कपूर ने केन्द्र से तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ प्रदान करने की मांग की थी, इसके साथ ही सांसद ने ये भी कहा कि चीन से तिब्बत की स्वतंत्रता का आह्वान किया जाए।
कौन हैं दलाई लामा (Who is Dalai Lama)
शान्ति के क्षेत्र में अपना लगातार योगदान देने वाले दलाई लामा आज पूरे विश्व के लिए बड़ा उदाहरण है, शांति के लिए दलाई लामा ने कई ऐसे सराहनीय काम किये है। दलाई लामा तिब्बत के 14 वें धर्मगुरु हैं, इनका पूरा नाम ल्हामो घोड्ख है और दलाई लामा (Dalai Lama) के नाम से विश्व में विख्यात हैं, दलाई लामा तिब्बत के आध्यात्मिक गुरु और वर्तमान में तिब्बत के राष्ट्राध्यक्ष हैं। दलाई लामा का जन्म 6 जुलाई सन 1935 को तिब्बत के ताकस्तेर क्षेत्र में एक ओमान परिवार में हुआ था,दलाई लामा के वंशज करुणा अवलोकेतेस्वर बुद्ध के गुणों के रूप माने जाते हैं, इन्होंने 6 वर्ष की आयु में शिक्षा प्रारभिंक की और सन 1959 में गेशे ल्हारापा की डिग्री (बौध दर्शन) भी हासिल की इन्होंने बौद्ध धर्म में शिक्षा ग्रहण की।