'न्यूज की पाठशाला' में बात हुई नसीरुद्दीन शाह की। नसीरुद्दीन शाह बेमिसाल एक्टर हैं, उन्होंने बेमिसाल फिल्में की हैं, उनकी एक्टिंग की देश ही नहीं दुनिया कायल है लेकिन पिछले कुछ वर्षों से नसीरुद्दीन शाह अभिनेता से ज्यादा नेता बन गए हैं। वो ऐसे बयान देते हैं, जिसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता। इस बार उन्होंने जो कहा है, उससे यही कहा जा सकता है कि वो ओवैसी जैसे लोगों से कम नहीं हैं। हरिद्वार की धर्म संसद को लेकर जब उनसे एक इंटरव्यू में सवाल किया गया तो उन्होंने क्या कहा, उस पर इस देश में किसी ने ध्यान नहीं दिया। हरिद्वार की धर्मसंसद में जो बोला गया, उसे तो सब गलत कह रहे हैं, उस पर एफआईआर भी हो गई है, लेकिन नसीरुद्दीन शाह को गलत कौन कहेगा।
नसीरुद्दीन शाह ने कहा कि अगर भाषण देने वालों को पता है कि वे किस बारे में बात कर रहे हैं, तो मैं हैरान हूं। इन बयानों से वो एक सिविल वॉर को न्योता दे रहे हैं। मैं बता दूं हम 20 करोड़ लोग इतनी आसानी से खत्म होने वाले नहीं हैं। हम 20 करोड़ लोग लड़ेंगे। हम 20 करोड़ लोगों के लिए ये मातृभूमि है। हम 20 करोड़ लोग यहीं के हैं। हमारा यहीं पर जन्म हुआ है। हमारे परिवार की पीढ़ियां यहीं रही हैं। और इसी मिट्टी में मिल गईं। मैं निश्चिंत हूं कि अगर ऐसा कोई अभियान शुरू होता है तो कड़ा विरोध होगा और लोगों का गुस्सा फूटेगा। मुस्लिमों को दूसरे दर्जे का नागरिक बनाया जा रहा है। ये मुस्लिमों में डर पैदा करने की कोशिश है। लेकिन मुसलमान हार नहीं मानेंगे। इसका सामना करेंगे। क्योंकि हमें अपना घर बचाना है। हमें अपनी मातृभूमि बचानी है। हमें अपना परिवार बचाना है। मैं मजहब की बात नहीं कर रहा हूं।
नसीरुद्दीन शाह की बातों को पाकिस्तान हाथों-हाथ ले रहा है। पाकिस्तान असल में भारत के अंदर जो करना चाहता है, नसीरुद्दीन शाह ठीक वैसी ही बातें कर रहे हैं। पाकिस्तान का सरकारी रेडियो, सरकारी न्यूज चैनल, वहां के लोग, नसीरुद्दीन शाह की वाह वाह कर रहे हैं। और भारत के खिलाफ एजेंडा चलाने में जुटे हैं।