नई दिल्ली: गुमशुदा लड़कियों को खोजने के लिए मध्य प्रदेश सरकार के अभियान पर कार्रवाई करते हुए भोपाल से 37 किमी दूर सीहोर में पुलिस ने एक लड़की के अवशेषों की खुदाई की। 2011 में इस लड़की के माता-पिता द्वारा लापता की सूचना दी गई थी।
सीहोर के एएसपी समीर यादव ने बताया, 'सीहोर जिले के एक गांव की निवासी जो 15 साल की थी। 2011 में कथित तौर पर आत्महत्या करने से उसकी मौत हो गई थी। परिवार ने एक दशक तक सच्चाई को छुपाया और उसे दो लोगों की मदद से दफनाया।' इस साल लड़की 25 साल की हो गई होती।
मां-बाप ने शव को दफना दिया
पुलिस अधिकारी ने कहा, 'लड़की के पिता ने 2011 में मंडी पुलिस स्टेशन सीहोर में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनकी बेटी का अज्ञात व्यक्ति द्वारा अपहरण कर लिया गया है। बाद में परिवार को लड़की भोपाल से मिल गई लेकिन पुलिस को सूचित नहीं किया गया। लड़की के पिता ने पुलिस को बताया कि उन्हें पता चला कि लड़की दो अलग-अलग लोगों के साथ संबंध में थी और उनमें से एक उसे भोपाल ले गया था। लड़की की मां ने उसे डांटा और उनसे दूर रहने के लिए कहा। इससे परेशान होकर लड़की ने जहर खा लिया। बाद में परिवार ने उन दोनों लोगों को बुलाया, जिनके साथ उनकी बेटी के संबंध बताए गए थे और उनसे शव को दफनाने के लिए मदद करने के लिए कहा।'
पुलिस ने सभी चार आरोपियों को आईपीसी की धारा 201 के तहत गिरफ्तार किया है। लड़की के अवशेषों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। ASP ने बताया कि गांव में किसी को नहीं पता था कि लड़की की मौत हो गई है। लेकिन हाल ही में जब पुलिस लड़की के घर पहुंची और उसके बारे में पूछताछ की, तो परिवार के सदस्यों ने कबूल किया कि लड़की की मौत 2011 में आत्महत्या से हुई।