दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन को लेकर बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच लड़ाई बढ़ती जा रही है। सत्येंद्र जैन पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है और वो इस वक्त ED की कस्टडी में हैं। ईडी ने 6 जून को सत्येंद्र जैन और उनके सहयोगियों के ठिकानों पर छापे मारे। अब बहस इस बात पर हो रही है कि छापे में क्या मिला और कितना मिला? ED ने अपने बयान में 2 करोड़ 85 लाख रुपए कैश और 1 किलो 800 ग्राम सोना मिलने की बात की है। लेकिन इस बरामदगी से सत्येंद्र जैन का कनेक्शन है भी या नहीं? इसे लेकर ही बीजेपी और आम आदमी पार्टी आमने-सामने हैं।
सवाल पब्लिक का है कि सत्येन्द्र जैन पर BJP सच बोल रही या AAP?
ED के ट्वीट में दावा
- सत्येंद्र जैन और दूसरों के घर छापा
- कई संदेहास्पद दस्तावेज जब्त
- 2.85 करोड़ कैश जब्त
- 133 सोने के सिक्के जब्त
- कई डिजिटल रिकॉर्ड जब्त
6 जून की छापेमारी और उससे बरामद कैश और सोने को लेकर ED ने सिर्फ इतना कहा कि ये सब कुछ सत्येंद्र जैन और अन्य के ठिकानों से बरामद किया गया। बरामदगी में कितना हिस्सा सत्येंद्र जैन का है और कितना अन्य का ये साफ नहीं है। लेकिन आम आदमी पार्टी ने एक दस्तावेज को लेकर ED और बीजेपी पर निशाना साधा। ये दस्तावेज छापे के बाद ED की तरफ से तैयार किया गया पंचनामा है। इस डॉक्यूमेंट में लिखा है कि सर्च में कई दस्तावेज और 2 लॉकर की के साथ एक डिजिटल डिवाइस जब्त किया गया। साथ ही लिखा है कि दो लाख उनासी हजार की करंसी मिली लेकिन उसे जब्त नहीं किया गया।
बाद में ED ने एक प्रेस रिलीज जारी की, इसमें लिखा है कि 6 जून को सत्येंद्र जैन/पूनम जैन और उनके सहयोगियों और अन्य के ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन हुआ। सत्येंद्र जैन और पूनम जैन के अलावा जिन लोगों के यहां सर्च किया गया, उन लोगों ने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से मनी लॉन्डरिंग में सत्येंद्र जैन की मदद की।