- खेलते समय धीरज नाडी (छोटा कच्चा तालाब) में उतर गया
- भाई की जान बचाने प्रियंका और दुर्गा दोनों बहनें भी नाडी में उतरीं
- पानी गहरा होने के चलते तीनों की डूबने से मौत हो गई
Rajasthan News: राजस्थान के पाली जनपद में एक ह्रदय विदारक घटना सामने आई है। जहां पर अपने भाई की जान बचाने के चलते दो बहनों ने अपनी जिंदगी दांव पर लगा दी। ये दिल झकझोर देने वाली घटना पाली जिले के गांव लांबिया में हुई है। 3 साल के भाई को नाडी (छोटा कच्चा तालाब) में डूबते देखा तो उसे बचाने के लिए दोनों बहनें उतरी। मगर वे भाई को नहीं बचा सकी और तीनों की डूबने से मौत हो गई। गांव में घटना जंगल की आग की तरह फैल गई। मौके पर आए ग्रामीणों ने करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद तीनों के शव नाडी (छोटा कच्चा तालाब) से निकाले। गांव के लोगों में इस बात का दुख तो है, पर बेटियों की बहादुरी की चर्चा भी है। गांव के लोगों की जुबान पर इस बात का जिक्र है कि, बेटियों ने अपने भाई को बचाने के लिए प्राण न्यौछावर कर दिए।
सूचना के बाद मौके पर आई पुलिस ने घटना के बारे में गांव के लोगों से जानकारी जुटाई। इधर, तीनों मासूमों की एक साथ मौत से पिता खरताराम के परिवार पर मानों दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। पीड़ित को ये यकीन ही नहीं हो रहा कि, उसके 3 बच्चे एक साथ काल के गाल में समा गए। बच्चों की मां बेसुध हो गई। घर में कोहराम मच गया। मृतक मासूमों के घर पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। पुलिस ने तीनों मासूमों का पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिए।
ऐसे हुआ हादसा
पाली सदर एसएचओ रविन्द्र सिंह के मुताबिक गांव लांबिया में सरकारी स्कूल के पास एक नाडी (छोटा कच्चा तालाब) है। जहां ग्रामीण खरताराम मेघवाल का बाड़ा है। दोपहर को उसकी बेटी दुर्गा (9), प्रियंका (6) और बेटा धीरज (3) बाड़े में गए थे। इस बीच खेलते समय धीरज नाडी में उतर गया। उसे डूबता देख प्रियंका और दुर्गा दोनों बहनें भी नाडी में उतरीं। एसएचओ के मुताबिक पानी गहरा होने के चलते बहनें अपने भाई को नहीं बचा सकीं। तीनों की डूबने से मौत हो गई। एसएचओ के मुताबिक ग्रामीणों ने तीनों बच्चों के शव पानी में से निकाल लिए थे। सभी मृतकों का गांव के सरकारी अस्पताल में पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सौंपे गए।