- बेबस पिता हुए बेसुध, मां का रो—रोकर है हाल बुरा
- राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के भगवान गांव के रहने वाले थे विजय
- कश्मीर से अन्य राज्य में चाहते थे पोस्टिंग, दी थी कैडर चेंज करने की परीक्षा
जयपुर/हनुमानगढ़: दूर—दराज के गांवों में पीओ ही मैनेजर होता है। मेरा बेटा आगे बढ़ना चाहता था। ब्रांच मैनेजर बनने के लिए उसने परीक्षा दी थी। सोचा था कश्मीर की जगह किसी दूसरे राज्य में पोस्टिंग मिल जाएगी। लेकिन हमें क्या पता था वो कभी लौटकर ही नहीं आएगा। बेटे विजय कुमार की बातें करते हुए बेबस पिता ओमप्रकाश बेनीवाल का गला भर आया।
गुरुवार सुबह जम्मू—कश्मीर के कुलगाम जिले के अरेह मोहनपोर में आतंकवादियों ने बैंक मैनेजर विजय कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी। विजय मूल रूप से राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के भगवान गांव के रहने वाले थे। बेटे की निर्मम हत्या के बाद परिवार में कोहराम मच गया। मातम के सन्नाटे के बीच सिसकियां सुनाई दे रही हैं। पिता मानों होश खो बैठे हैं। बार—बार बेटे की बातें याद कर रहे हैं। वहीं मां का रो—रोकर बुरा हाल है।
बोला था जुलाई में आएगा, पर अब कभी नहीं लौटेगा
विजय के पिता ने बताया कि हम कश्मीर के हालातों को जानते थे। मन में कहीं न कहीं हर समय डर रहता था। यही कारण था कि हम चाहते थे कि बेटे की पोस्टिंग कश्मीर की जगह किसी अन्य राज्य में हो जाए। विजय ने भी प्रमोशन के लिए एग्जाम दिया था, जिससे उसकी पोस्टिंग अन्य राज्य में हो, लेकिन भगवान के आगे किसकी चलती है। बेनीवाल ने बताया कि चार माह पहले ही विजय की शादी मनोज कुमारी से हुई थी। एक माह बाद ही मनोज पति विजय के पास कश्मीर चली गई थी। परिवार में से किसी ने विजय और मनोज की शादी की वीडियो तक अभी नहीं देखी है। विजय ने कहा था कि जुलाई में वह गांव लौटेगा तो पूरे परिवार के साथ मिलकर वीडियो देखेगा, लेकिन वो इसे देख ही नहीं पाया। अब वो कभी नहीं लौटेगा। बहू बेटे के शव के साथ कश्मीर से लौट रही है।
ड्यूटी को लेकर जुनूनी था विजय, रोज करता था वीडियो कॉल
विजय के परिजनों का कहना है कि विजय एक बहुत अच्छा बैंक अधिकारी था। ड्यूटी के प्रति उसका जुनून ही था कि वो शादी के कुछ दिन बाद ही काम पर लौट गया। विजय मोहनपोर स्थित इलाकाई देहाती बैंक में मैनेजर था। वह पिछले चार साल से कश्मीर में ही कार्यरत था। हमें उसकी चिंता लगी रहती थी। इसलिए हम रोज उससे वीडियो कॉल पर बात करते थे। वो हमेशा हमें कश्मीर मिलने बुलाता था। लेकिन हमारे बच्चे के साथ ऐसा होगा हमने सोचा न था।
इस आतंकी संगठन ने ली जिम्मेदारी
आपको बता दें कि कश्मीर फ्रीडम फाइटर्स नाम के आतंकी संगठन ने विजय की हत्या की जिम्मेदारी ली है। संगठन के प्रवक्ता वसीम मीर ने लेटर जारी कर चेतावनी दी है कि अब भी मोदी के झांसे में आना बंद नहीं किया तो अगला नंबर आपका होगा। दूसरी ओर अब कश्मीर से कश्मीरी पंडित और अन्य हिन्दू पलायन कर रहे हैं।