मुख्य बातें
- सूर्य नमस्कार सभी योग में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है
- यह 12 योगों का निचोड़ है जिसके शरीर व मानसिक स्वास्थ्य में कई फायदे होते हैं
- इसे करने से शरीर के अधिकतर रोग नष्ट हो जाते हैं
सूर्य ऊर्जा का सबसे बड़ा स्रोत है। सुबह के समय पूर्व की दिशा में मुंह करके सूर्य नमस्कार करने से शरीर को दिनभर ताजगी और स्फूर्ति मिलती है। सूर्य नमस्कार का मतलब होता है सन सैल्यूटेशन यानि कि सूर्य को नमस्कार करना। अगर आप सूर्य नमस्कार रोजाना करते हैं तो इससे आपके अधिकतर रोग नष्ट हो जाते हैं और आप अंदर से हेल्दी फील करते हैं।
21 जून को हर साल अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस मनाया जाता है। आज हम सूर्य नमस्कार के बारे में बात करेंगे। सूर्य नमस्कार को योगा में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। यह 10 योगासन का जोड़ है। इसे एक बार करने से आप एक बार में 12 योगासन कर लेते हैं। इसके 12 चरण हैं और हर किसी के अपने-अपने फायदे हैं।
जानते हैं सूर्य नमस्कार कैसे करें-
- सबसे पहले अपने दोनों हथेलियों को अपने सीने के पास ले आकर प्रणाम की मुद्रा बनाएं इस दौरान अपने दोनों पैरों को इश दौरान सीधा रखें और अपना चेहरा भी सीधा रखें।
- अब इसी प्रणाम की अवस्था में अपने दोनों हाथों को अपने सिर के ऊपर की ओर उठाएं और इसी तरह अपने हाथों को पीछे की ओर ले जाएं और कमर तक झुकें जितनी आपकी क्षमता हो।
- अब धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें और अपने हाथों से अपने पैरों को छूने की कोशिश करें। इस दौरान ध्यान रखें कि आपका सिर आपके घुटनों से मिलता हो।
- अब धीरे-धीरे सांस लेते हुए पैर पीछे की ओर फैलाएं अब दायें पैर को सीधा ही रखें और बायें पैर को घुटने से मोड़ें। इस दौरान हथेलियों को जमीन में रखें और सिर आसमान की ओर।
- इसमें पैरों को सीधा रख पुशअप्स की मुद्रा में आ जाएं। अब सांस लेते हुए हथेलियों, घुटनों, पैरों को जमीन से मिलाएं और सांस को थोड़ी देर रोकें।
- अब हथेलियों को जमीन पर रखकर पेट के बल लेटकर सिर को जितना उपर हो सके उठाएं।
- अब पैरों को जमीन पर सीधा रखें और कूल्हे को ऊपर उठाएं।
- अब धीरे-धीरे सांस लेते हुए दायां पैर सीधा करें और बायें पैर को घुटने से मोड़ें औऱ हथेलियों को जमीन पर रखकर आसमान की ओर देखें।
- अब सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकटे हुए पैरों की उंगलियों को छुएं। इस समय आपका सिर घुटनों से छूना चाहिए।
- अब पहली अवस्था में ही आ जाएं सिर के ऊपर प्रणाम की मुद्रा बनाएं और धीरे-धीरे प्रणाम की मुद्रा बनाते हुए हाथों को आगे की ओर लाते हुए सीने के सामने रखें।
सूर्य नमस्कार के फायदे
- सूर्य नमस्कार करने से शरीर के साथ पेट में भी काफी तनाव बढ़ता है। ये तनाव पेट की पाचन क्रिया को बेहतर बनाने वाला होता है। पाचन तंत्र सुधरने से शरीर की आधी समस्याएं दूर हो जाती हैं।
- सूर्य नमस्कार करने से पेट पर सबसे ज्यादा इफेक्ट पड़ता है यही कारण है कि पेट की चर्बी तेजी से यहां से कम होने लगती है। पेट की मांसपेशियां भी मजबूत होती है और पूरे शरीर का मोटापा आसानी से कम होने लगता है।
- सूर्य नमस्कार करने से याददाश्त भी तेज होती है। सूर्य नमस्कार का असर नर्वस सिस्टम पर पड़ता है और इसे करने से मस्तिष्क से गुड हार्मोन्स का स्राव बढ़ता है। इससे न केवल तनाव दूर होता है बल्कि इससे दिमाग के स्मरण शक्ति भी बढ़ती है।
- महिलाओं के लिए सूर्य नमस्कार बहुत ही फायदेमंद होता है। पीरियड्स से जुड़ी अनेक समस्याओं को यह आसन दूर करता देता है। इतना ही नहीं मेनोपॉज के समय होने वाली दिक्कतों और मानिसक समस्याओं को भी ये दूर करता है।
- अगर आप लंबे समय तक कुछ को जवां और फिट रखना चाहिते हैं तो सूर्य नमस्कार रोज रकें। ये एंटी एजिंग की तरह काम करता है। इसे करने वालों की स्किन में इलास्टिसिटी बनी रहती है इससे चेहरे पर झुर्रियां नहीं आती और स्किन भी ग्लो करती है।