- भारत में पिछले 30 साल में अल्कोहल का इस्तेमाल बढ़ा है।
- अल्कोहल सबसे ज्यादा 15-39 साल के उम्र के लोगों को नुकसान पहुंचाती है।
- 40 साल से ज्यादा के उम्र के लोगों में अगर यह उचित मात्रा में ली जाय, तो सेहत के लिए कुछ हद तक फायदेमंद हो सकती है।
Alcohol Study in Lancet: अल्कोहल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक यह तो सभी जानते हैं, लेकिन यह उम्र,लिंग, देश के अनुसार कितनी नुकसानदेह हैं, इसका खुलासा पहली बार हुआ है। मेडिकल जर्नल लॉसेंट ने स्टडी ऐसे कई चौंकाने वाली रिसर्च पेश की है, जिसे जानना हर वर्ग के लिए बेहद जरूरी है। मसलन अल्कोहल सबसे ज्यादा 15-39 साल के उम्र के लोगों को नुकसान पहुंचाती है। जबकि 40 साल से ज्यादा के उम्र के लोगों में अगर यह उचित मात्रा में ली जाय, तो सेहत के लिए कुछ हद तक फायदेमंद हो सकती है। दुनिया के 204 देशों में की गई स्टडी के अनुसार 134 करोड़ लोग ऐसे हैं, जो अल्कोहल का हानिकारक मात्रा में इस्तेमाल करते हैं।
जहां तक भारत की बात है तो पिछले 30 साल में अल्कोहल का इस्तेमाल बढ़ा है। भारत में 15-64 साल की उम्र की महिलाओं और पुरूषों की अल्कोहल इस्तेमाल करने की संख्या में इजाफा हुआ है। जबकि 65 साल से ज्यादा की उम्र में अल्कोहल लेने वाली महिलाओं की संख्या घटी है। भारत में 1990 की तुलना में 2020 में 15-39 साल के वर्ग में अल्कोहल पीने वाली महिलाओं की संख्या में 0.8 फीसदी का इजाफा हुआ है, जबकि पुरूषों में 5.24 फीसदी, वहीं 40-64 साल की उम्र की महिलाओं में 0.15 फीसदी और पुरूषों की संख्या में 5.63 फीसदी का इजाफा हुआ है।
कम उम्र के लोगों में ज्यादा रिस्क
रिपोर्ट के अनुसार 15 से 39 उम्र के पुरुषों में अल्कोहल लेना सबसे अधिक खतरनाक है। सभी देशों में इस आयु उम्र के पुरुषों में जरूरत से ज्यादा अल्कोहल लेने की संख्या है। इस उम्र के लोगों को शराब पीने से कोई स्वास्थ्य लाभ नहीं होता है बल्कि केवल जोखिम होते हैं। इस आयु वर्ग के लोगों में करीब 60 फीसदी लोगों को शराब की वजह से चोटें लगती है, जिसमें आत्महत्याएं और हत्याएं भी शामिल हैं। इसके अलावा दिल से संबंधित बीमारी और कैंसर का भी कहीं ज्यादा जोखिम होता है।
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40 से ज्यादा की उम्र के लोगों पर असर
रिपोर्ट के अनुसार 40 और उससे ज्यादा की उम्र के लोगों में अल्कोहल कुछ हद तक फायदेमंद भी होती है। हालांकि इसके लिए सीमित मात्रा में यानी प्रतिदिन आधे से दो स्टैण्डर्ड ड्रिंक लिया जा सकता है। रिपोर्ट के अनुसार ऐसा करने वाले में दिल की बीमारी से लेकर, स्ट्रोक और मधुमेह का जोखिम कम होता है। इस स्टडी के वरिष्ठ लेखक और अमेरिका की वाशिंगटन यूनिवर्सिटी के संस्थान IHME के प्रोफेसर इमैनुएला गाकिडौ का कहना है कि हमारा संदेश सरल और स्पष्ट है कि अल्कोहल युवा लोगों को नहीं पीना चाहिए, लेकिन ज्यादा उम्र के लोगों को सीमित मात्रा में पीने से लाभ हो सकता है। हालांकि उनका कहना है कि हमें वास्तविकता को भी समझना चाहिए और यह सोचना कि युवा लोग अल्कोहल का इस्तेमाल नहीं करेंगे। यह मुश्किल है, ऐसे में हम चाहते हैं कि लोग कोई भी फैसला लेने से हकीकत को समझे।
कितनी अल्कोहल पीना सुरक्षित
स्टडी में यह भी बताया गया है कि किस उम्र के लोगों के लिए कितना अल्कोहल लेना सुरक्षित रहेगा। उसके अनुसार 15 से 39 आयु वर्ग के समूह के लिए प्रति दिन 0.136 स्टैंडर्ड ड्रिंक्स और महिलाओं के लिए यह प्रति दिन स्टैंडर्ड ड्रिंक्स 0.273 है। इसी तरह 40 से 64 आयु वर्ग के स्वस्थ लोगों के लिए सुरक्षित अल्कोहल लेने का स्तर प्रति दिन लगभग पुरुषों के लिए 0.527 और महिलाओं के लिए 0.562 से लेकर प्रति दिन है। लगभग दो स्टैंडर्ड ड्रिंक्स (पुरुषों के लिए 1.69 और महिलाओं के लिए 1.82) तक रिकमेंड किया गया है।
एक मानक (Standard) पेय को 10 ग्राम शुद्ध अल्कोहल के रूप में परिभाषित किया गया है, जो मात्रा के हिसाब से 13 प्रतिशत अल्कोहल पर रेड वाइन 100 मिली लेना है। इसी 3.5 प्रतिशत अल्कोहल पर बीयर की एक कैन या बोतल (375 मिली) है। वहीं व्हिस्की या अन्य स्प्रिंट पर 40 फीसदी अल्कोहल के साथ एक शॉट (30 मिली) लेना है। इस आधार पर 40-64 साल के उम्र के लोगों के लिए सुरक्षित अल्कोहल का स्तर प्रति आधा स्टैण्डर्ड ड्रिंक से लेकर 2 स्टैण्डर्ड ड्रिंक तक है।