लाइव टीवी

Lucknow News: रखरखाव के अभाव में बीमार हो रहे लखनऊ के स्मारक, करोड़ों खर्च के बाद भी हालत खस्ता

Updated Mar 09, 2022 | 09:43 IST

Lucknow News: लखनऊ के स्मारक, संग्रहालय, संस्था, पार्क एवं उपवन बीमार होते जा रहे हैं। दरअसल उचित रखरखाव के अभाव में जहां इनके पत्थर उखड़ रहे हैं तो वहीं बाउंड्रीवॉल भी टूट गयी है। इसके लिए हर साल करोड़ों खर्च होते है फिर भी इनकी हालत खराब होती जा रही है।

Loading ...
तस्वीर साभार:&nbspANI
लखनऊ के स्मारकों पर करोड़ों के खर्च बाद भी हालत खस्ता
मुख्य बातें
  • राजधानी लखनऊ के स्मारक, संग्रहालय, संस्था, पार्क एवं उपवन खस्ता हालत में
  • रखरखाव के लिए हर साल 6 करोड़ होता है खर्च, फिर भी सुधार नहीं
  • जिम्मेदारों ने देखरेख में लापरवाही करने वालों पर कार्रवाई की बात कही

 Lucknow News: राजधानी में कई स्मारक, संग्रहालय, संस्था, पार्क एवं उपवन बने हैं। ये लखनऊ की शान हैं और ये अपने उद्देश्यों पर भी खरे नजर आ रहे हैं। इसके साथ ही ये बीमार भी होते जा रहे हैं। दरअसल इनका रखरखाव ठीक ढंग से नहीं होने के कारण ये बद से बदतर होते जा रहे हैं। कहीं पत्थर उखड़ते जा रहे हैं, तो कही बाउंड्रीवाल टूट गई है। इन स्मारकों के मरम्मत हेतु फंड होने के बावजूद इसके स्थिति में उतना सुधार नहीं हो पा रहा है कि ये कहा जा सके कि इनकी बीमारी दूर हो रही हैं।


राजधानी के सभी स्मारकों के लिए प्रत्येक वर्ष भारी भरकम बजट इनके देखभाल में खर्च किए जाते हैं, बावजूद इसके इन स्मारकों का हाल खस्ता है। अव्यवस्था के चलते ये स्मारक आज मैनेजमेंट को ठेंगा दिखाते नजर आ रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, प्रति वर्ष लगभग छह करोड़ रुपये हर साल मरम्मत कार्य के लिए खर्च किए जा रहे हैं।

हर साल 6 करोड़ खर्च फिर भी हालत में कोई सुधार नहीं

लखनऊ के स्मारक, संग्रहालय, संस्था पार्क एवं उपवन की देखभाल के लिए हजारों कर्मचारी तैनात किए गए हैं। साथ ही सवा तीन सौ करोड़ रुपये से अधिक स्मारक के फंड में है। इसके साथ ही हर साल स्मारकों के रखरखाव और मरम्मत कार्य के लिए छह करोड़ रुपये खर्च होते हैं, इसके बाद अगर कहीं पत्थर उखड़ रहा है और कहीं बाउंड्रीवाल गिरी पड़ी है, तो समझा जा सकता है कि रखरखाव किस प्रकार है।


कमेटी करती है निरीक्षण फिर भी नहीं पड़ी टूटे बाउंड्रीवाल पर नजर

शौचालयों में गंदगी फैली है और फर्श में पत्थर ढंसते जा रहे हैं। बहुजन समाज पार्टी की सरकार में इन स्मारकों का निर्माण हुआ था। समय समय पर इनके रखरखाव के लिए गठित कमेटी द्वारा निरीक्षण भी किया जाता है और स्मारकों के मरम्मत से जुड़े कार्य भी कराए जाते हैं, लेकिन पिछले कई माह से बाउंड्रीवाल टूटी पड़ी है। ऐसे लग रहा है मानो इस बाउंड्रीवाल पर जिम्मेदारों की नजर नहीं पड़ रही हो।


लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई

गौरतलब है कि तत्कालीन उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश ने स्मारकों का निरीक्षण किया था और अव्यवस्थाओं को लेकर कई कर्मियों पर गाज भी गिरी थी, इसके बाद भी स्थिति में कोई सुधार की गुंजाईश नजर नहीं आ रहा। वहीं स्मारक, संग्रहालयों, संस्थाओं पार्क एवं उपवन के मुख्य प्रबंधक का कहना है कि इनमें जो कमियां हैं, उन्हें एक क्रम में ठीक कराया जा रहा है और इसमें लापरवाही बरतने वाले जिम्मेदारों पर कार्रवाई भी तय है।

Lucknow News in Hindi (लखनऊ समाचार), Times now के हिंदी न्यूज़ वेबसाइट -Times Now Navbharat पर। साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार) के अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें।