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Noida: नोएडा में चलती फिरती 'नकली यूनिवर्सिटी' चला रहे थे ये बदमाश, मिलीं सैकड़ों फर्जी मार्कशीट, 55 सिम कार्ड्स

Updated Sep 19, 2022 | 21:39 IST

Noida News: नोएडा में पुलिस ने असली नौकरी के लिए फेक डिग्री और डिप्लोमा बेचने वाले एक अंतरराज्यीय गैंग का पर्दाफाश किया है। इस मामले में पुलिस ने 2 जालसाजो को दबोच मौके से फर्जी दस्तावेज बनाने वाला सामान भी बरामद किया है।

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पुलिस ने फर्जी डिग्री और डिप्लोमा बेचने वाले एक अंतरराज्यीय गैंग का किया पर्दाफाश
मुख्य बातें
  • पुलिस ने फेक डिग्री और डिप्लोमा बेचने वाले एक अंतरराज्यीय गैंग का किया पर्दाफाश
  • पुलिस ने 2 जालसाजो को दबोच कर मौके से बरामद किया फर्जी दस्तावेज बनाने वाला सामान
  • आरोपी 20 से 80 हजार रुपए में लोगों को बेचते थे फर्जी डिग्री व डिप्लोमा

Noida News: यूपी की नोएडा पुलिस ने असली नौकरी के लिए फेक डिग्री और डिप्लोमा बेचने वाले एक अंतरराज्यीय गैंग का पर्दाफाश किया है। इस मामले में पुलिस ने 2 जालसाजो को पकड़ा है और मौके से फर्जी दस्तावेज बनाने वाला सामान भी बरामद किया है। मामले का खुलासा करते हुए नोएडा पुलिस के आला अधिकारियों ने बताया कि, पकड़ में आए दोनों आरोपियों के पास से पुलिस ने 85 फेक मार्कशीट, 7 खाली अंक तालिका, 8 फर्जी मोहर, 14 कंप्यूटर व 33 मोबाइल सहित 55 सिमकार्ड बरामद किए हैं।

पुलिस को इनके पास से वर्ष 2000 से 2002 तक की पुरानी फर्जी डिग्रियां और डिप्लोमा संबंधी कागजात भी मिले हैं। एडिशनल डीसीपी सेंट्रल जोन के मुताबिक, आरोपी 20 से 80 हजार रुपए में लोगों को एमबीए व एमटेक आदि की फर्जी डिग्री व डिप्लोमा बेचा करते थे। आरोपी सोशल मीडिया के जरिए विज्ञापन देकर लोगों को डिग्री और डिप्लोमा का लालच देकर लोगों को अपने झांसे में फांसते थे। डीसीपी के मुताबिक आरोपियों से इनके बाकी के साथियों के बारे में पूछताछ की जा रही है। 

10 वर्षों से बेची रही फर्जी डिग्रियां

नोएडा सेंट्रल एडिशनल डीसीपी साद मियां के मुताबिक पुलिस द्वारा अरेस्ट किए गए आरोपियों की पहचान आनंद व चिराग के तौर पर हुई है। इन्हें नोएडा के सेक्टर-63 स्थित बी- 44 से अरेस्ट किया गया है। डीसीपी के मुताबिक आरोपियों ने पूछताछ में बताया है कि, वे विगत 10 वषों से फर्जी मार्कशीट डिग्री और डिप्लोमा बेचने का काम कर रहे हैं। अब तक हजारों लोगों को इनके जरिए ठग चुके हैं। पुलिस अब इनके शिकार लोगों के बार में जानकारी जुटा रही है। आरोपियों के झांसे में आए फर्जी डिग्री और डिप्लोमा लेने वाले को भी पुलिस अपनी जांच में शामिल करेगी। डीसीपी के मुताबिक आरोपी आनंद पहले भी बेंगलुरु में फर्जीवाड़े के चलते गिरफ्तार हो चुका है। वर्ष 2022 में बेल मिलने के बाद इसने अपना ठिकाना नोएडा को बना लिया। जांच में ये जानकारी भी सामने आई है कि, आरोपी खुद को एक इंस्टीट्यूट का संचालक बताकर लोगों से ठगी किया करते थे।