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पुणे में नहीं रुक रही जॉब के नाम पर ठगी, अब दो लोगों से अपराधियों ने नौकरी का लालच देकर 19 लाख लूटे

Updated Jul 19, 2022 | 20:40 IST

Fraud In Pune: महाराष्ट्र के पुणे में नौकरी के नाम पर लोगों के ठगे जाने के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। अब एक बार फिर पुलिस ने ऐसे तीन लोगों को गिरफ्तार किया है जिन्होंने नौकरी के नाम पर दो युवाओं से 19 लाख ठग लिए हैं।

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तस्वीर साभार:&nbspRepresentative Image
पुणे में जॉब के नाम पर दो लोगों से ठगी
मुख्य बातें
  • पुणे में नौकरी के नाम पर हो रहा फ्रॉड
  • जॉब के नाम पर ठगी के शिकार लोग
  • पुलिस ने तीन को गिरफ्तार किया है

Fraud In Pune: महाराष्ट्र के महानगर पुणे में नौकरी के नाम पर ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। हाल ही में पुणे पुलिस ने तीन ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने दो युवाओं को एक अच्छी नौकरी दिलाने के नाम पर करीब 19 लाख रुपयों की ठगी की है। आरोपियों ने पीड़ितों को ना सिर्फ फर्जी अप्वाइंटमेंट लेटर दिए बल्कि ट्रेनिंग के नाम पर कोलकाता भी भेज दिया। कोलकाता जाकर पीड़ितों को महसूस हुआ कि, उन दोनों के साथ ठगी हुई है। शक होते ही दोनों पीड़ित अपने घर वापस लौट आए। जिसके बाद एक पीड़ित की मां ने पुलिस थाने में जाकर इस ठगी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर पुलिस ने तीन आरोपियों को दबोच लिया। दो साथी अभी फरार हैं जिनकी तलाश की जा रही है।

पुणे पुलिस के एएसआई ने इस मामले में बताया कि, ठगी के आरोप में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है जिसमें दो भाई शामिल हैं। आरोपियों ने पीड़ितों से पिछले साल जुलाई से नवंबर के बीच सारे पैसे लिए थे। पुलिस के अनुसार, इस ठगी का मुख्य शातिर विनोद पवार की शिकायतकर्ता से जान पहचान भी है। पवार ने वादा किया था कि, वह शिकायतकर्ता के बेटे और दोस्त को अच्छी नौकरी दिलवा देगा। जिसके बाद विनोद और उसके भाई सागर ने दोनों पीड़ितों को एक ऑफिस ले जाकर शख्स से मिलवाया जिसने अपनी पहचान सीपीएसयू में कार्यरत एक अधिकारी से बताई।

फर्जी अप्वाइंटमेंट लेटर देने के बाद दोनों पीड़ितों को ट्रेनिंग के लिए कोलकाता

आरोपियों ने पहले दोनों युवकों को झांसे में लिया, जिसके बाद कहा कि, अगर सिक्योर नौकरी चाहते हैं तो थोड़ा पैसा खर्च करना होगा। बस इसी नाम पर आरोपी दोनों युवाओं से साल 2021 के जुलाई महीने से लेकर नवंबर तक पैसे लेते रहे। ज्यादा कहने पर उन्होंने फर्जी अप्वाइंटमेंट लेटर दे दिया और ट्रेनिंग के लिए कोलकाता भी भेज दिया। वहां जाकर दोनों पीड़ित समझ गए कि उनके साथ ठगी की जा रही है, जिसके बाद ही बात पुलिस तक पहुंची। फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।