- जुए के अड्डे पर पुलिस की छापेमारी कार्रवाई में 12 गिरफ्तार
- गिरफ्तार होने वालों में शहर के 4 लेखक भी शामिल
- जुए के अड्डे का मालिक पुलिस के पहुंचने से पहले ही हुआ फरार
Pune Crime: पुणे पुलिस की सामाजिक सुरक्षा विभाग ने बुधवार को जब कोंढवा के एक बडे जुए के अड्डे पर छापा मारा तो वहां अंदर का नजारा देखकर अधिकारी भी दंग रहे गए। इसे पूरी तरह से अय्याशी का अड्डा बनाया गया था। अंदर शराब और कबाब के साथ दर्जनों लोग बैठकर जुआ खेल रहे थे। पुलिस को देखते ही अंदर मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया। कुछ लोगों ने भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस की घेरबंदी से वे निकल नहीं पाए। इस जुए के अड्डे से पुलिस ने 12 लोगों को गिरफ्तार किया। पुणे पुलिस के अनुसार गिरफ्तार किए गए लोगों में चार लेखक भी शामिल हैं। इस अड्डे से पुलिस ने 40 हजार नकद और कुछ ऐसी पर्चियां बरामद की हैं, जिसमें लाखों की लेनदेन की जानकारी नोट की गई है।
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार किए गए लोगों में वैभव बाबूराव सावले, रत्न प्रताप माने, देवेंद्र नागनाथ मांगरोले, पीराजी धोंडीराम हुके, संभाजी दत्ताराम गायकवाड, नाना तुकाराम निकुंबे, सुभाष रामचंद्र धुमाल, लक्ष्मण यशवंत बेंद्रे, हणमंत कलसप्पा भगले, पंकज श्रीणीकांत विश्वास, मोहन रुमाजी गावडे शामिल हैं। वहीं इस जुए के अड्डे का मालिक वैभव ताकवले पुलिस के पहुंचने से पहले ही फरार होने में सफल रहा। शहर में अवैध धंधों पर रोक लगाने का आदेश पुलिस कमिश्नर अमिताभ गुप्ता के साथ सहायक पुलिस आयुक्त संदीप कर्णिक ने दी है, लेकिन इसके बावजूद चोरी-छिपे अवैध धंधे जारी हैं।
पुलिस को सूचना लीक होने का शक
इस पुलिस टीम ने पुलिस कमिश्नर अमिताभ गुप्ता के आदेश पर यह कार्रवाई की। पुलिस के सामाजिक सुरक्षा विभाग के अनुसार कात्रज कोंढवा रोड के एक बंगले के ग्राउंड फ्लोर पर जुआ शुरू होने की जानकारी मिली थी। जिसके आधार पर सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर राजेश पुराणिक, सब इंस्पेक्टर सुप्रिया पंढरकर के साथ एक टीम का गठन कर छापा मारा गया। पुलिस कार्रवाई के समय अंदर लोग जुआ खेलने में व्यस्त थे और पुलिस को देखकर भागने की कोशिश की। वहीं जुए के अड्डे का मालिक फरार होने के मामले की भी जांच शुरू हो गई है। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है, कि कहीं विभाग के किसी कर्मचारी ने तो टीम के पहुंचने से पहले इसकी सूचना आरोपी तक न पहुंचा दी हो।