दुनिया में वैसे तो तमाम तानाशाह हुए हैं उनको उनके गुण दोष के आधार पर उनके कार्यकाल को याद किया जाता है,वहीं कई ऐसे तानाशाह हुए हैं जिन्होंने इंसानी सभ्यता को न केवल शर्मसार किया है, बल्कि क्रूरता की हदें भी पार कीं, कोई महज मुंह खोलने पर सामने वाले मौत के घाट सुला देता था या फिर कोई अपनी सनक में आदमियों को जिंदा ही भाले पर टांग देता था।
उनमें से ये वो तानाशाह हैं, जिनके जुल्म के तमाम जुल्मों की कहानी छोटी लगने लगती हैं ये वो 5 तानाशाह हैं, जिनके कारनामे इतने घिनौने रहे हैं कि जिनको याद कर आज भी लोगों के रोंगटे कांप उठते हैं।
"चंगेज खान" का जिक्र करते ही जेहन में उभरती है खतरनाक तस्वीर
चंगेज खान एक मंगोल सम्राट था, जिसने 20 साल की उम्र में अपने सैन्य करियर की शुरुआत की और अपनी बुराई और क्रूर योजनाओं के साथ मंगोल आदिवासियों को एकजुट करने के लिए निकला उसने उन सभी तातार नरों की हत्या करने का आदेश दिया जो 3 फीट और उससे अधिक लम्बे थे। चंगेज खान मंगोल आक्रमणकारी था। 13वीं सदी की शुरुआत में चंगेज खान और उसके मंगोल सैनिक जिस भी शहर में घुसते थे उसका बर्बाद होना तय होता था।
ये हर शहर में घुसते ही लूटमार, हत्याएं और बलात्कार करते थे, जाते-जाते ये उस जगह पर इंसानी खोपड़ियों का ढेर लगाकर अपनी ताकत का प्रदर्शन भी करते थे।
युगांडा का पूर्व आदमख़ोर तानाशाह "ईदी अमीन"
युगांडा के तानाशाह ईदी अमीन जो अपने नाम से ज्यादा आदमखोर राष्ट्रपति के नाम से जाना गया, बताते हैं कि उसे इंसानी मांस खाने का शौक था इस कारण ही उसे नरभक्षी शासक भी कहा जाता है।,हैवानियत के कारण ही ईदी अमीन को मैड मैन ऑफ अफ्रीका भी कहा जाता था बताते हैं कि कहा जाता है कि वह भिखारियों को गोली से उड़वा देता था।
अपने 8 साल के कार्यकाल में उसने तकरीबन 5 लाख लोगों की हत्याएं करवाई, जिसमें उसके कई राजनीतिक प्रतिद्वंदी भी शामिल थे।
हिटलर के अत्याचारों से तो पूरी दुनिया ही कांप गई थी
जर्मनी के तानाशाह एडोल्फ हिटलर को सबसे क्रूर माना जाता था, क्योंकि उसने लाखों यहुदियों को जिंदा जला दिया था। एडोल्फ हिटलर राष्ट्रीय समाजवादी जर्मन कामगार पार्टी (NSDAP) का नेता था और कई सालों तक जर्मनी का शासक रहा।द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान उसने कम से कम 20 लाख से ज्यादा यहूदियों को उनके धर्म के कारण मार दिया था। इतना ही नहीं युद्ध की उसकी सनक के कारण केवल द्वितीय विश्वयुद्ध में लगभग 7 करोड़ लोग मारे गए थे। हिटलर जर्मनी के नाजी पार्टी का नेता था।
नेशनल सोशलिस्ट जर्मन वर्कर्स पार्टी को नाज़ी कहा जाता था। नाजी पार्टी जर्मनी में एक राजनीतिक पार्टी थी जो 1919 में प्रथम विश्व युद्ध के बाद स्थापित हुई थी। नाजी नेतृत्व का कहना था कि दुनिया से यहूदियों को मिटाना जर्मन लोगों और पूरी इंसानियत के लिए फायदेमंद होगा।
"व्लाद 'ड्रैकुला" अपने दुश्मनों को भाले में टांगकर जिंदा लटका देता था
रोमानिया के वालाशिया के राजकुमार व्लाद थर्ड को ड्रैकुला के नाम से जाना जाता है उसे व्लाड द इम्पेलर के रूप में भी जाना जाता है, व्लाद 'ड्रैकुला' (Vlad Dracula) के रूप में जाना जाता है। कहा जाता है कि वह इंसानों का खून पीता था। जैसा कि वह जाना जाता था। अपने दुश्मनों को भाले में टांगकर डंडों से लटकती लाशों के जंगल बनाने के कारण ही उसे ड्रैकुला की संज्ञा दी गई थी। उसने अपने शिकार को लकड़ी या धातु के खंभे से पीड़ित करने के लिए सबसे भयानक तरीके से अत्याचार करने का आनंद लिया, जिसका उपयोग लंबवत रूप से किया जाता था ताकि पीड़ित पीड़ित हो सकें और धीरे-धीरे मर सकें।
यह उनके पीड़ितों के खिलाफ एकमात्र भयावह कार्य नहीं था जिसका उन्होंने आनंद लिया। इतिहास में कहा गया है कि उसने 50 हजार से 1 लाख के बीच लोगों की हत्या कर दी।
लीबिया का पूर्व तानाशाह-"कर्नल गद्दाफ़ी" जिसने किए बेशुमार जुल्म
गद्दाफी पर हजारों लोगों को मौत के घाट उतार देने का इल्जाम है,गद्दाफी मिस्र के राष्ट्रपति जमाल अब्दुल नासिर से प्रेरित था, लेकिन थोड़े ही समय में गद्दाफी निरंकुश शासक बन गया। खुद को कर्नल घोषित कर गद्दाफी ने उत्तरी अफ्रीका के सबसे क्रूर तानाशाह के रूप में लीबिया पर लंबे समय तक राज किया।
गद्दाफी अपनी कबीलाई पहचान पर बेहद गर्व करता था। गद्दाफी हमेशा खूबसूरत महिला अंगरक्षकों की टोली से घिरा रहता था। यूक्रेनी नर्स और सुनहरे बालों वाली अंगरक्षकों जैसे शौक ने जल्द ही विदेशी मीडिया में गद्दाफी को सुर्खियों में ला दिया। जिन लोगों पर उसने हुकूमत की उन्हीं को नहीं बख्शा बताते हैं कि घर के अंदर दीवार पर टंगी इस तानाशाह की तस्वीर तक ज़रा सी टेढ़ी हो जाती तो ये उसकी जान ले लेता था।