मुंबई। शराब के बड़े कारोबारी पूर्व सांसद और भगोड़ा शख्स यह सब विजय माल्या की पहचान है। बैंकों का हजारों करोड़ दबाने के बाद वो 2016 में लंदन भाग गए। उन्हें उम्मीद दी थी कि वो भारतीय कानून व्यवस्था से खुद को बचा लेंगे। लेकिन ऐसा हो न सका। उन्हें यूके से भारत लाया जा रहा है और वो बुधवार रात किसी भी वक्त मुंबई लाए जा सकते हैं। मुंबई लाए जाने की पीछे वजह यह है कि उनके सभी मामले मुंबई में ही पंजीकृत थे और ब्रिटेन की अदालत को आर्थर रोड जेल में रखने की जानकारी दी गई थी।
14 मई को प्रत्यर्पण पर लगी थी मुहर
ब्रिटेन की अदालत ने 2018 में विजय माल्या की उस याचिका पर भारतीय जांच एजेंसियों से ब्योरा मांगा था जहां प्रत्यर्पण के बाद माल्या का रखा जाना था। दरअसल माल्या ने भारतीयों जेलों की खराब हालात का जिक्र किया था। अदालत के निर्देश पर एजेंसियों ने मुंबई के आर्थर रोड जेल की एक सेल का वीडियो सौंपा था । कोर्ट को भरोसा दिलाया गया कि माल्या को दो मंजिला ऑर्थर रोड जेल परसिर के अंदर बेहद सुरक्षित बैरक में रखा जाएगा।
जब माल्या के सुर पड़े नरम
विजय माल्या जबं लंदन भाग गए तो उन्हें लगने लगा कि वो पूरी तरह सुरक्षित हो चुके हैं। करीब चार साल तक वो सभी तरह के दांवपेंच में जुटे रहे। कभी भारतीय जेलों की खराब हालात की दलील दी तो कभी ब्याज समेत पूरा कर्ज लौटाने की अपील की। वो खुद को पोलिटिकल विक्टिम भी बताते रहे। लेकिन उनकी यह दलीलें भारतीय जांच एजेंसियों के तर्कों के आगे ढेर हो गई।
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