नई दिल्ली: बांग्लादेश ने आईसीसी अंडर-19 विश्व कप के फाइनल में भारत को तीन विकेट से हराकर पहली बार चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया। बांग्लादेश ने पहले गेंदबाजी करते हुए चार बार की चैंपियन भारत को 47.2 ओवर में 177 रन पर ऑलआउट कर दिया था और फिर 23 गेंद शेष रहते डकवर्थ लुइस नियम के तहत सात विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। बांग्लादेश किसी भी स्तर पर पहली बार आईसीसी विश्व कप जीतने में कामयाब रहा था। फाइनल के में कुछ अप्रिय घटनाएं हुईं जिसके बाद आईसीसी ने भारत के दो खिलाड़ियों आकाश सिंह और रवि बिश्नोई और तीन बांग्लादेशी खिलाड़ियों मोहम्मद तौहीद रिदय, शमीम हुसैन और रकीबुल हसन को आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी पाया गया। दरअसल, बांग्लादेश की भारत पर तीन विकेट से जीत के बाद दोनों टीमों के कुछ खिलाड़ियों में लगभग हाथापाई की नौबत आ गई थी।
इस जीत के बाद बांग्लादेशी खिलाड़ियों ने भारतीय खिलाड़ियों के साथ अनुचित व्यवहार किया और भारतीय खिलाड़ियों पर अनुचित टिप्पणी भी की। भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम के कप्तान प्रियम गर्ग ने बांग्लादेश के खिलाड़ियों के व्यवहार को बेहद गंदा बताया था। उन्होंने कहा था कि हम सहज थे। हम जानते हैं कि यह गेम का हिस्सा है। कभी आप जीतते हैं तो कभी हारते हैं, लेकिन उनका बर्ताव बहुत गंदा था। मुझे लगता है कि ऐसा नहीं होना चाहिए था लेकिन कोई बात नहीं।' वहीं, बांग्लादेश टीम के कप्तान अकबर अली ने अपनी टीम के व्यवहार लिए माफी मांगना थी। उन्होंने कहा था, 'जो हुआ, वह नहीं होना चाहिए था।'
अकबर ने कहा था, 'मुझे पूरी तरह से नहीं पता कि क्या हुआ और न ही मैं पूछ रहा था कि क्या चल रहा है। लेकिन आप जानते हैं फाइनल में भावनाएं बाहर आ ही जाते हैं। कई बार खिलाड़ी अपनी भावनाओं को नहीं रोक पाते। एक युवा होने के नाते, ऐसा नहीं होना चाहिए था। किसी भी स्थिति में, हमें विरोधियों के प्रति सम्मान दिखाना चाहिए। हमें खेल के प्रति सम्मान रखना चाहिए।' अब फाइनल खत्म होने के एक हफ्ते बाद बांग्लादेश अंडर-19 टीम के स्टार गेंदबाज शोरिफुल इस्लाम ने अपनी टीम के बर्ताव के बारे में एक अहम खुलासा किया है। उनका कहना है हमारे खिलाड़ियों का आक्रामक व्यवहार दोनों टीमों के बीच बढ़ती प्रतिद्वंद्विता के कारण था।
'हमें पिछले दो मैच अच्छी तरह याद थे'
डेली स्टार ने शोरिफुल के हवाले से लिखा, 'हमने अतीत में उनके खिलाफ दो करीबी मैच गंवाए। एक था एशिया कप सेमीफाइनल [2018 में] और दूसरा था [एशिया कप] फाइनल [2019 में]। मैं यह नहीं बता सकता कि उन पराजयों से कैसा महसूस हुआ। फाइनल के लिए मैदान में उतरने से पहले मैंने सिर्फ इतना सोच सकता था कि जीतने के बाद उन्होंने क्या किया और हारने के बाद हमने कैसा महसूस किया। इसलिए, हम नहीं चाहते थे कि चीजें पहले की तरह हो जाएं। हम अपनी पूरी कोशिश करना चाहते थे और आखिरी गेंद तक अपनी पूरी ताकत के साथ लड़ना चाहते थे।
उन्होंने कहा, 'सबसे पहले हमें वाकई में बुरा लगा कि हम ढाका में एक रन (एशिया कप फाइनल 2019) से अपने घर में उनसे हार गए। उन्होंने तब हमारे सामने बेतहाशा जश्न मनाया और हम कुछ भी नहीं कह सके। हम उस दिन की प्रतीक्षा कर रहे थे जिस दिन हमरा उनके साथ फिर से किसी फाइनल में सामना होगा।' जब उनसे पूछा गया कि क्या उनके दिमाग में बदले की भावना थी, तो इसपर शेरीफुल ने कहा, 'हां (हंसते हुए)। हमें मौका मिला। मैं उन्हें वही सब लौटना चाहता था। तब उन्हें पता चला कि जब आपके सामने कोई बेतहाशा जश्न मनाता है तो हारने के बाद कैसा लगता है।'
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