जब रोहित से नाराज होकर बल्‍लेबाजी करने आए थे कार्तिक, बांग्‍लादेशियों के जबड़े से छीन ली थी जीत

Dinesh Karthik, Nidahas Trophy Final: अनुभवी दिनेश कार्तिक ने तेजतर्रार 29 रन की पारी खेलकर भारत को रोमांचक फाइनल में जीत दिलाई थी। उन्‍होंने आखिरी गेंद पर छक्‍का जमाया था, जो फैंस लंबे समय तक नहीं भूल पाएंगे।

दिनेश कार्तिक
दिनेश कार्तिक 
मुख्य बातें
  • दिनेश कार्तिक की बदौलत भारत ने जीता था निदाहास ट्रॉफी का फाइनल
  • भारत ने आखिरी गेंद पर बांग्‍लादेश को मात देकर जीता था खिताब
  • दिनेश कार्तिक अपने कप्‍तान रोहित शर्मा से नाखुश थे, जो किस्‍सा फैंस को काफी बाद में पता चला

नई दिल्‍ली: दो साल पहले यानी 2018 में श्रीलंका की आजादी के 70 साल के उपलक्ष्‍य में भारत, बांग्‍लादेश और श्रीलंका के बीच एक ट्राइ टी20 सीरीज खेली गई थी, जिसका नाम निदाहास ट्रॉफी रखा गया था। 18 मार्च 2018 को भारत और बांग्‍लादेश के बीच फाइनल मुकाबला खेला गया था। ग्रुप चरण में दोनों टीमें धाकड़ प्रदर्शन करते हुए फाइनल में पहुंची थी। भारतीय टीम की कमान रोहित शर्मा के हाथों में थी, जिन्‍होंने फाइनल में टॉस जीतकर बांग्‍लादेश को पहले बल्‍लेबाजी का आमंत्रण दिया था।

बांग्‍लादेश ने सब्‍बीर रहमान (50 गेंदों में 77 रन) की उम्‍दा पारी की बदौलत निर्धारित 20 ओवर में 8 विकेट खोकर 166 रन बनाए। मेहदी हसन और महमुदुल्‍लाह ने भी बांग्‍लादेश को प्रतिस्‍पर्धी स्‍कोर तक पहुंचाने के लिए उपयोगी पारियां खेली। जवाब में भारतीय टीम एक समय 133/4 के स्‍कोर पर संघर्ष कर रही थी। टीम इंडिया को आखिरी दो ओवर में 34 रन की जरुरत थी और तब दिनेश कार्तिक क्रीज पर आए थे।

रोहित से थे नाराज

यह किस्‍सा बहुत मशहूर है, जिसका जिक्र रोहित शर्मा ने एक चैट शो पर किया था। दरअसल, दिनेश कार्तिक अपने कप्‍तान रोहित शर्मा से काफी नाराज थे। इसके पीछे की वजह यह थी कि कार्तिक ऊपर बल्‍लेबाजी करना चाहते थे जबकि रोहित का मानना था कि तमिलनाडु के बल्‍लेबाज के पास अनुभव है, तो वह पिच हिटर के रूप में स्थिति को संभाल सकते हैं। रोहित ने कार्तिक से पहले विजय शंकर को बल्‍लेबाजी के लिए भेजा और फिर मैच फंस गया। इस बात से कार्तिक बहुत खफा थे और वह अपने कप्‍तान से बात नहीं कर रहे थे।

कार्तिक ने दिखाया दम

क्रीज पर आगबबूला होकर आए दिनेश कार्तिक ने पहली ही तीन गेंदों में अपना गुस्‍सा जाहिर किया और बांग्‍लादेशी खिलाड़‍ियों की बैंड बजा दी। रूबेल हुसैन की पहली तीन गेंदों पर कार्तिक ने 16 रन बटोर लिए। हुसैन के ओवर में एक और बाउंड्री जमाकर भारत ने 19वें ओवर में कुल 22 रन बनाए। इस तरह आखिरी ओवर में भारत को जीत के लिए 12 रन की दरकार थी।

ड्रामा और रोमांच की हदें पार

ड्रामा यहां खत्‍म नहीं हुआ। सौम्‍य सरकार काफी अच्‍छी गेंदबाजी कर रहे थे, जिस पर विजय शंकर केवल एक बाउंड्री जमा सके। सरकार ने ओवर की पांचवीं गेंद पर भारतीय ऑलराउंडर शंकर को अपना शिकार बना लिया। मेहदी हसन ने लांग ऑफ से दौड़ लगाकर शंकर का लाजवाब कैच लपका। शंकर के आउट होने पर वॉशिंगटन सुंदर बल्‍लेबाजी करने आए और भारत को आखिरी गेंद पर 5 रन की जरुरत थी।

हालांकि, शंकर आउट होने से पहले रन लेने के लिए दौड़ चुके थे, जिसकी वजह से कार्तिक स्‍ट्राइक पर थे। सरकार ने आखिरी गेंद ऑफ स्‍टंप के बाहर ओवरपिच डाली, जो बिलकुल कार्तिक के क्षेत्र में थी। तमिलनाडु के कप्‍तान ने कवर बाउंड्री के ऊपर से फ्लैट छक्‍का जमाकर भारत को रोमांच से भरे मुकाबले में जीत दिलाई।

डगआउट से दौड़े खिलाड़ी

कार्तिक ने छक्‍का जमाकर बांग्‍लादेशियों के जबड़े से जीत छीन ली थी। भारतीय डगआउट में जश्‍न का माहौल था। टीम के सभी खिलाड़ी डगआउट से दौड़कर मैदान में पहुंच गए और दिनेश कार्तिक को गले लगाकर जीत का जोरदार जश्‍न मनाया। इस मैच से दिनेश कार्तिक ने खुद को फिनिशर के रूप में स्‍थापित किया। कार्तिक ने भारत को अनचाही स्थिति से विजेता बनाकर ही दम लिया। भारतीय फैंस लंबे समय तक यह मैच याद रखेंगे। कार्तिक ने इस मैच में 8 गेंदों में दो चौके और तीन छक्‍के की मदद से नाबाद 29 रन बनाए थे। उन्‍हें इस तूफानी पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया था।

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