भारतीय टीम का पहली वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) का खिताब जीतने का सपना टूट गया। विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम को फाइनल में न्यूजीलैंड ने 8 विकेट हराया। फाइनल गंवाने के बाद टीम इंडिया की काफी आलोचना हो रही है और कप्तान विराट कोहली की कप्तान भी सवालों के घेरे में हैं। हालांकि, कई पूर्व क्रिकेटरों ने भारत का बचाव भी किया है। हाल ही में बसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने टीम के समर्थन में बयान दिया था। वहीं, अब विश्व कप विजेता कप्तान और पूर्व दिग्गज क्रिकेटर कपिल देव भारतीय टीम के सपोर्ट में उतरे हैं।
कपिल देव ने टीम इंडिया की हार पर ऐसी बात कही है, जिससे भारतीय फैंस की नराजगी दूर हो जाएगी। उनका मानना है कि किसी टूर्नामेंट के फाइनल या सेमीफाइनल में पहुंचना अपने आप में एक बड़ी कामयाबी होती है। उन्होंने कहा कि भारतीय टीम ने ऐसी परिस्थितियों में कई मैच जीते हैं। ऐसे में एक मैच के आधार पर टीम को निशाना बनाना सही नहीं है।
'खराब परफॉर्मेंस होते ही सौ बार दिखाया जाता है'
कपिल देव ने 'स्पोर्ट्स यारी' से बातचीत में कहा, 'मुझे एक बात बताएं की टीम हर बार सेमीफाइनल या फाइनल में पहुंच रही है। क्या यह अपने आप में एक उपलब्धि नहीं है? हम बहुत जल्दी आलोचना शुरू कर देते हैं। आप हर बार ट्रॉफी नहीं जीत सकते। आप देखिए कि टीम कितना अच्छा खेली। अगर टीम यहां एक मैच हार गई या विश्व कप सेमीफाइनल नहीं जीत पाई तो क्या इसका मतलब यह है कि वे दबाव के आगे झुक रहे हैं? नहीं, ऐसा नहीं है। उनका (न्यूजीलैंड) एक बेहतर दिन था और उन्होंने बेहतर खेला। हम इसे बहुत आलोचनात्मक रूप से देखते हैं। एक खराब परफॉर्मेंस होते ही मीडिया इसे सौ बार दिखाता है। कहा जाता है कि ये लोग दबाव नहीं झेल सकते, दबाव नहीं ले सकते। ऐसा नहीं है। हमने दबाव में बहुत सारे गेम जीते हैं।'
टीम इंडिया तालिका में टॉप पर थी
गौरतलब है कि भारत ने चैंपियनशिप में छह सीरीज खेलीं और 520 अंक हासिल करने के बाद फाइनल में एंट्री ली थी। भारतीय टीम अंक तालिका में टॉप पर रही। वहीं, न्यूजीलैंड ने पांच सीरीज खेलीं और 420 अंक अपने नाम किए। हालांकि, न्यूजीलैंड की टीम फाइनल में पहुंचने वाली पहली टीम थी। टेस्ट चैंपियनशिप की शुरुआत अगस्त, 2019 से हुई थी।
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